उन्होंने कृषि विभाग कुल्लू के अधिकारियों को कटराई में किसान प्रशिक्षण केंद्र के निर्माण हेतु आकलन तैयार कर निदेशालय को भेजने के निर्देश दिये । ताकि जिले के किसानों व बागवानों को कृषि की नई तकनीकों के बारे जिले में सुविधा उपलब्ध हो सके।कृषि मंत्री प्रो चन्द्र कुमार ने आज बजौरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र को बाढ़ से हुये नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि ब्यास नदी में आई बाढ़ से बजौरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण बजौरा में नर्सरियाँ पूरी तरह से नष्ट हो गईं। नर्सरियों व खेतो में 5,6 फुट रेत एकत्रित हो गई है। जिससे यहां तैयार सेब व अन्य पौधे पूरी तरह से खराब हो गये।
इसके उपरांत कृषि मंत्री ने आलू ग्राउंड स्थित सब्जी मंडी को बाढ़ से हुये नुकसान का जायजा लिया।उन्होंने कहा कि मनाली स्थित आलू मंडी को भी बाढ़ ने 6.50 कऱोड़ का नुकसान हुआ है। यहां स्थापित ग्रेडिंग मशीने बाढ़ से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। इसके बावजूद मंडी समिति द्वारा आलू की खरीद की गई है।उन्होंने कहा कि कि वह नुकसान से संबंधित मामला प्रदेश सरकार से उठायेगे। तथा मंडी समिति को सहायता का आग्रह करंगे।
उन्होंने परिधि गृह मनाली मे कृषि विभाग व पशु पालन विभाग कुल्लू के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को प्रदेश सरकार द्वारा किसानों व पशुपालकों के कल्याण के लिए आरम्भ की योजनाओं का लाभ हर पात्र ब्यक्ति तक पहुचाने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को जैविक खेती ककी बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रेरित करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर उनके साथ एपीएमसी के अध्यक्ष राम सिंह, उपमंडल अधिकारी मनाली रमन शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक मनाली के डी शर्मा, एपीएमसी सचिव शगुन सूद, उप निदेशक कृषि पंजबीर व उप निदेशक पशुपालन विभाग डॉ. राजेंद्र पॉल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।