ऊना, 7 अक्तूबर – जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, ऊना के तत्वावधान में आज सूचना एवं जन संपर्क विभाग से संबद्ध सांस्कृतिक दल पूर्वी कलामंच जलग्रां के कलाकारों ने उपमंडल ऊना के तहत रावमापा बहडाला और उपमंडल बंगाणा के अंतर्गत रावमापा तलाई में गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को जागरूक करते हुए आपदा प्रबंधन बारे जागरूक किया।
कलामंच के प्रभारी सिकंदर वख्श ने स्कूली बच्चों को बताया कि आपदा एक आकस्मिक दुर्घटना है जिससे मानव, संपत्ति और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने बताया कि आपदा दो प्रकार की होती है, प्राकृतिक व मानव जनित। उन्होंने बताया कि भूकंप, बाढ़, सूखा व चक्रवात प्राकृतिक आपदाएं हैं। उन्होंने बताया कि आपदा का पूर्वानुमान तो नहीं लगाया जा सकता लेकिन बेहतर आपदा प्रबंधन और आपदा के जोखिम को कम करने के उपायों बारे जागरूकता से आपदा के समय होने वाले नुकसान की काफी हद तक कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने पास आपातकालीन दूरभाष नंबरों की सूची अवश्य रखनी चाहिए ताकि किसी आपदा की स्थिति में मदद के लिए संपर्क किया जा सके।
इस अवसर पर कलामंच के कलाकारों ने भूकंप व आग लगने की घटनाओं से निपटने के लिए अपनाए जाने वाले तरीकों बारे विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भूकंप आने की स्थिति में घर, दफ्तर या किसी भी इमारत जहां पर आप मौजूद हैं, वहां से बाहर निकलकर खुले स्थान पर आ जाएं। बहुमंजिला इमारत से बाहर निकलने के लिए लिफ्ट की जगह सीढिय़ों का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भवनों का निर्माण भूकंप रोधी तकनीक के आधार पर करवाना चाहिए।
इसी कड़ी में 9 अक्टूबर 2023 को डीडीएमए द्वारा आरके कला मंच के माध्यम से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अंदौरा (अंब) तथा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भद्रकाली में, 10 अक्टूबर को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धुसाड़ा व भगत राम मेमोरियल औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भलौन में, 11 अक्टूबर को राजकीय महाविद्यालय खड्ड व ओपटैक विद्या आईटीआई टकारला में, 12 अक्टूबर को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गगरेट तथा घनारी में आपदा जोखिम न्यूनीकरण से संबंधित जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
इस अवसर पर रावमापा बहडाला के प्रधानाचार्य हरीश जोशी, रावमापा तलाई के प्रधानाचार्य विनय चंद्र सहित स्कूली स्टाफ उपस्थित था।