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शिमला 10 अक्टूबर –
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर आज राज्य स्तरीय हिमाचल मानसिक स्वास्थ्य एवं पुनर्वास अस्पताल बालूगंज में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला शिमला एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिमाचल प्रदेश राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण डॉ सुरेखा चोपड़ा की अध्यक्षता में थीम “मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानव अधिकार है” के तहत मनाया गया। इस अस्पताल में उपचाराधीन लगभग 60 रोगियों को फल, मिठाइयां इत्यादि वितरित की गई।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला शिमला, हिमाचल प्रदेश स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी एवं जिला लीगल सर्विसेज अथॉरिटी शिमला हिमाचल प्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में हिमाचल प्रदेश कारागार एवं सुधारात्मक सेवाएं विभाग आदर्श केंद्रीय सुधार गृह कण्डा जिला शिमला में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया | इस मौके पर विशेष तौर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला शिमला डॉ सुरेखा चोपड़ा, अतिरिक्त सचिव हिमाचल प्रदेश स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी शिमला सुश्री विजयलक्ष्मी तथा सचिव जिला लीगल सर्विसेज अथॉरिटी शिमला विकास गुप्ता मौजूद रहे। इस स्वास्थ्य शिविर में लगभग 630 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस स्वास्थ्य शिविर में हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, मधुमेह, आंख, कान नाक गला व दांत की जांच तथा क्षय रोग की स्क्रीनिंग के साथ-साथ अन्य सभी प्रकार के रोगों की भी जांच की गई। इस स्वास्थ्य शिविर में आयुष्मान भवः अभियान के तहत आभा आईडी, हिमकेयर तथा आयुष्मान भारत कार्ड भी बनाए गए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला शिमला की ओर से सभी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की जानकारी तथा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी प्रकार की कल्याणकारी योजनाओं तथा कार्यक्रमों से संबंधित प्रदर्शनी भी लगाई गई तथा पाठ्य सामग्री भी वितरित की गई। इस स्वास्थ्य शिविर में आंतरिक चिकित्सा (Medicine), स्त्री रोग, हड्डी रोग, आंख, कान नाक गला, दांत व मानसिक रोग के विशेषज्ञ मौजूद रहे।
ब्लॉक मशोबरा से डॉ राकेश गोयल तथा दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के डॉ युगवीर, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा आशा कार्यकर्ता भी उपस्थित रहीं।