कुल्लू 18 नवम्बर
ग्रामीण आर्थिक के सुदृढ़ीकरण में सहकारी सभाओं की अहम भूमिका है। सहकारी सभाओं का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। यह बात मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर आज कुल्लू स्थित अटल सदन में अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के 70वें जिला स्तरीय सहकारी समारोह में की अध्यक्षता करते कही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सहित कुल्लू जिला के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने मे सहकारी सभाओं का अहम योगदान है। जिले में आज 624 सहकारी सभाएं पंजीकृत है।तथा सहकारी समितियों में कुल सदस्यता 48433 है जिनमें 14585 सदस्यों अनुसूचित जाति,1670 सदस्यों अनुसूचित जनजाति तथा 32178 अन्य सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि इन समितियों में सदस्यों का भागधन 18 करोड़ 41 लाख व सरकारी हिस्सा 7 कऱोड़ 65 लाख का है। इसी प्रकार सहकारी सभाओं की कुल कार्यशील पूंजी 95 कऱोड़ 42 लाख की है जिसे सभाओं द्वारा विभिन्न काराबार में निवेश किया गया है। सदस्यों की जमा पूंजी 8 कऱोड़ 35 लाख है।
उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले के लोगों में सहकारिता के गुण कण कण में विद्यमान है। उन्होंने का आज के परिपेक्ष्य में जिले में सहकारिता आंदोलन को ओर बढ़ावा देने की आवश्यकता है ताकि अधिक से अधिक युवाओं को इस आंदोलन से जोड़ कर आर्थिक रूप से सुदृढ़ किया जा सके। उन्होंने बैंकों को भी निर्देश दिये कि वे सहकारी सभाओं को उदारता से ऋण उपलब्ध करवाए।
उन्होंने कहा कि सहकारी सभाओं को भूमि लेने के लिए धारा 18 के तहत मंजूरी लेने का मामला सरकार के समक्ष उठाया जाएगा तथा इस शर्त को निरस्त करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने सहकारी विभाग के अधिकारियों को सहकारी सभाओं के लिए एक रोड मैप तैयार करने के निर्देश दिया। उन्होंने सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों को उनकी समस्याओं को सरकार के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया।
जिला निरीक्षक सहकारी सभा राजेश जसवाल ने मुख्यअतिथि व अन्य गणमान्य का स्वागत किया। उन्होंने जिले में सहकारी सभाओं की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी
इस अवसर पर सहकारिता से जुड़े दिनेश सेन, कृष्ण कुमार नेगी, ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष सेस राम आज़ाद, ब्लोक अध्य्क्ष हेम सिंह, आइटीआई शमशी के अध्यक्ष सेस राम चौधरी ,जिला परिषद् सदस्य आशा ठाकुर, अरुणा ठाकुर व् दीपिका, पूर्ण ठाकुर भी उपस्थित थे