धर्मशाला, 21 नवंबर। पर्यटन निगम के अध्यक्ष, कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि राज्य सरकार एशियन विकास बैंक की मदद से हिमाचल में पर्यटन विकास के लिए 2500 करोड़ रूपये खर्च किए जाएंगे, प्रारंभिक तौर पर 1300 करोड़ की राशि स्वीकृत भी हो चुकी है। पर्यटन विकास की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए पर्यटन निगम के अधिकारियों को तीव्र गति के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिल सके। मंगलवार को पालमपुर के पर्यटन निगम के होटल के सभागार में एडीबी के तहत कांगड़ा जिला में चल रही परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने के मुख्यमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए कईं महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पालमपुर के मैंझा में वैडिंग रिसॉर्ट, हेलीपोर्ट निर्माण, जिले में धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर, बनखंडी में जूलॉजिकल पार्क, नगरोटा बगवां में ओल्ड एज वेलनेस रिजॉर्ट एवं हाई एंड फाउंटेन, नरघोटा में प्रस्तावित टूरिज्म विलेज, आइस स्केटिंग तथा रोलर स्केटिंग रिंक, परागपुर में गोल्फ कोर्स मैदान, धर्मशाला में धौलाधार बायोडायवर्सिटी पार्क, जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर कार्य जल्द शुरु किया जाएगा। इसके साथ ही नगरोटा में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर म्यूजिक फाउंटेन भी स्थापित किया जाएगा जो कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए साहसिक, धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन अधोसंरचना को विकसित करने के दृढ़ प्रयास कर रही है और भविष्य में सालाना पांच करोड़ पर्यटकों के स्वागत का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है।
आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ है और इसके माध्यम से प्रदेश के हजारों परिवारों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से आजीविका प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास और अपनी प्राकृतिक सुंदरता को और बेहतर ढ़ंग से प्रदर्शित करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए नई प्रतिबद्धता के साथ, हिमाचल प्रदेश एक उत्कृष्ट वैश्विक पर्यटन स्थल बनने की राह पर अग्रसर है। दूर-दूर से यात्री यहां के मनमोहक नजारों का आनन्द लेने आते हैं, जिससे प्रदेश के पर्यटन उद्योग का भविष्य पहले से कहीं अधिक उज्ज्वल नजर आता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व में पर्यटकों के लिए सबसे सुरक्षित पर्यटन गंतव्य के रूप में उभर कर सामने आया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के पर्यटन स्थलों के लिए पर्यटन हाईटेक बसों में पर्यटकों का सफर आरामदेय होगा साथ ही हिमाचल की पहाड़ों की सुंदरता को भी पर्यटक सफर के दौरान निहार सकेंगे। आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन सूचना केंद्रों को और भी सुदृढ़ किया जाएगा ताकि पर्यटन सूचना केंद्रों के माध्यम से पर्यटकों को सुचारू जानकारी मिल सके।
इस अवसर पर पर्यटन विभाग की निदेशक मानसी सहाय, प्रोजेक्ट डायरेक्टर पर्यटन मनोज शर्मा, उपनिदेशक पर्यटन विभाग विनय धीमान सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।
पर्यटन विकास की परियोजनाओं पर तीव्र गति से करें कार्य: बाली
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