शिमला 13 दिसंबर – आपदा प्रबंधन के तहत जिला प्रशासन शिमला द्वारा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड तथा विभिन्न विभागों के सहयोग से समर्थ अभियान के तहत आज राजकीय नेहरू संस्कृत महाविद्यालय फागली में मॉक अभ्यास आयोजित किया गया ।
संयुक्त रूप से चलाए गए मॉक अभ्यास के दौरान लगभग 50 मीटर की ऊंचाई से फ्लाइंग फॉक्स विधि के तहत तीन लोगों को सुरक्षित जमीन पर रेस्क्यू किया गया, जबकि खोज एवं बचाव विधि के तहत 8 लोगों को सुरक्षित निकालकर प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध करवाई गई। इसके अतिरिक्त दो लोगों को प्राथमिक चिकित्सा के उपरांत घर भेज दिया गया तथा 6 लोगों को एम्बुलेंस के माध्यम से उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया ।
पूर्वाभ्यास को सफल बनाने के लिए इंस्पेक्टर डैनी कुमार की अगुवाई में एनडीआरएफ टीम के 24 जवान, डीएसपी गुलशन नेगी की अगुवाई में एसडीआरएफ टीम के 15 जवान तथा वरिष्ठ पलाटून कमांडर की अगुवाई में होमगार्ड के 5 जवानों ने कार्य कुशलता दिखाई।
एसडीआरएफ प्रभारी डीएसपी गुलशन नेगी ने बताया कि राजकीय नेहरू संस्कृत महाविद्यालय फागली में आयोजित किये जा रहे सात दिवसीय एनएसएस शिविर के साथ समर्थ अभियान के तहत इस मॉक अभ्यास को आयोजित किया गया ताकि एनएसएस के बच्चों को आपदा से संबंधित जानकारी प्राप्त हो और वह किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हो सके। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा को रोका नहीं जा सकता, लेकिन आपदा से होने वाले संभावित नुकसान को कम करने व आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में जान व माल की क्षति को कम करने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से ऐसे मॉक अभ्यास समय-समय पर करवाए जा रहे हैं ।
मॉक अभ्यास के उपरांत एनडीआरएफ प्रभारी इंस्पेक्टर डैनी कुमार तथा उनकी टीम के जवानों ने एनएसएस के कैडेट को प्राथमिक चिकित्सा बैग, आपदा टोपी, डायरी, पेन, कैलेंडर तथा रिफ्रेशमेंट वितरित की।
इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी संजीत शर्मा, महाविद्यालय के आचार्य डॉक्टर मुकेश शर्मा सहित स्वास्थ्य, लोक निर्माण, जल शक्ति तथा अन्य विभागों के अधिकारी तथा 150 से अधिक एनएसएस के बच्चे उपस्थित रहे ।
संस्कृत महाविद्यालय फागली में आयोजित किया मॉक अभ्यास
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