शिमला 21 दिसंबर – राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ. अंजु बाला ने आज यहां उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में अधिकारियों की मंडल स्तरीय बैठक ली। इसमें उन्होंने अनुसूचित जाति समुदाय के कल्याण एवं उत्थान के लिए संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में विस्तृत समीक्षा की। बैठक में आयोग की डीआईजी व निदेशक (भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी) डॉ सन्मीत कौर, अनुसंधान अधिकारी अरुणाभा भट्टाचार्य तथा बी.के. भोला भी उनके साथ उपस्थित रहे।
बैठक में शिमला खंड के जिला शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर में अनुसूचित वर्ग के कल्याण को लेकर किए जा रहे कार्यों तथा सरकारी योजनाओं के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई। विशेषकर शिक्षा तथा छात्रवृत्तियों, स्वास्थ्य क्षेत्र, बैंक से अनुदान व ऋण आधारित स्वरोजगार योजनाओं, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा योजना, मनरेगा इत्यादि योजनाओं की जिलेवार समीक्षा की गई। इसके अलावा अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों से जुड़े मुकदमों की स्थिति की भी जानकारी ली गई।
उन्होंने ख़ुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित वर्ग की स्थिति बेहतर है जिस वजह से आज तक आयोग को यहाँ किसी मामले की जाँच और सुनवाई के लिए आने की आवश्यकता नहीं पड़ी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सक्षम भारत के सपने को साकार बनाने के लिए प्रदेश सरकार का सहयोग अहम है। उन्होंने कहा कि आज की समीक्षा बैठक का उदेश्य भारत सरकार और प्रदेश सरकार की अनुसूचित वर्ग के लिए जो योजनाओं चल रही हैं उनका सही क्रियान्वन सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि आज आयोग यहाँ मौजूदा कमियों को दूर करने आया है ताकि जब पूर्ण आयोग हिमाचल आये तो सही रिपोर्ट आयोग के समक्ष प्रस्तुत हो। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा यह सब कुछ देश को एक पंक्ति में लाने के लिए किया जा रहा है।
अनुसूचित जाति समुदाय के विकास के लिए जमीनी स्तर के समन्वित प्रयासों पर दिया बल
डॉ. अंजु बाला ने सभी से समानता के मूल्यों पर आधारित समरस समाज बनाने की सोच के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आयोग इसे लेकर एक मिशन की तरह कार्य कर रहा है। साथ ही उन्होंने अनुसूचित जाति समुदाय के विकास के संबंध में जमीनी स्तर के समन्वित प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने सरकारी योजनाओं के माध्यम से अनुसूचित जाति समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास के कार्यों-गतिविधियों का ब्यौरा लिया। इस उद्देश्य से संचालित सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति को लेकर जिलेवार जानकारी ली।
शिक्षा क्षेत्र पर दें विशेष ध्यान
डॉ. अंजु बाला ने कहा कि शिक्षा हर वर्ग, हर व्यक्ति के उत्थान और बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए शिक्षा क्षेत्र पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। उन्होंने इसे लेकर अधिकारियों से अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से समझने तथा दायित्वों का सही निर्वहन करने को कहा। डॉ. बाला ने शिक्षा विभाग को स्कूलों में बच्चों के प्रवेश और ड्रॉप आउट आंकड़ों पर बारीक नजर रखने के निर्देश दिए तथा उनका सही डाटा प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने मंडलायुक्त को अधिकारियों के बैठक कर इसे लेकर विस्तृत रिपोर्ट 1 हफ्ते में आयोग को भेजने को कहा। उन्होंने उपायुक्तों को स्कूलों के औचक निरिक्षण करने के निर्देश दिए और साथ ही स्कूलों में दिए जा रहे खाने की गुणवत्ता की भी जाँच करने को कहा।
स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए की अधिकारीयों की सराहना
डॉ. अंजु बाला ने शिमला खंड में स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को योजनाओं का लाभ देने में उल्लेखनीय कार्य के लिए अधिकारियों की सराहना की। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना की लाभार्थियों की सूची तैयार कर उनका अनुभव जानने के निर्देश दिए ताकि योजना के क्रियान्वन को और बेहतर बनाया जा सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने आशा कार्यकर्ता को प्रेरित और प्रोत्साहित करने की भी बात कही ताकि वह और बेहतर कार्य जमीनी स्तर पर करें। उन्होंने अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को स्वरोजगार लगाने के लिए प्रोत्साहित करने तथा सरकारी योजनाओं का लाभ देकर आजीविका संवर्धन पर जोर दिया। उन्होंने मनरेगा का सही क्रियान्वन सुनिश्चित करने के लिए भी औचक निरिक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसमें बैंकों से आगे बढ़कर कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप योजना, मुद्रा, स्वयं सहायता समूह के तहत बेटियों को सक्षम बनाने के लिए अगर लोन नहीं मिलेगा तो युवा आगे नहीं बढ़ पाएंगे। युवाओं के पास हुनर है जिसमें बैंक लोन के माध्यम से उनका सहयोग कर सकता है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने आवासीय योजनाओं के क्रियान्वन के लिए भी अधिकारीयों को जमीनी स्तर पर जा कर सर्वे करने के निर्देश दिए ताकि सभी पात्र लोगों को इस योजना का लाभ मिले।
आपराधिक मामलों में सजा दर कम होने पर दिखाई असंतुष्टि
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ. अंजु बाला ने आपराधिक मामलों में सजा दर कम होने पर असंतुष्टि दिखाई। उन्होंने इस सन्दर्भ में आवश्यक कार्यवाई करने के निर्देश दिए ताकि दोषियों को सजा मिले।
आयोग की बैठक में अनुपस्थित अधिकारीयों के विरुद्ध होगी कार्यवाई
उन्होंने कहा कि जो अधिकारी आज बैठक में उपस्थित नहीं है और जिन्होंने इस बारे में आयोग से अनुमति भी नहीं ली है उनके विरुद्ध कार्यवाई की जाएगी। उन्होंने जिला दंडाधिकारियों को ऐसे अधिकारीयों के विरुद्ध कार्यवाई करने के निर्देश दिए जो अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयोग के साथ जो गलत करेगा उसे माफ़ नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आयोग की तरफ नोटिस मिलने पर उसका जवाब समय पर देना सभी अधिकारीयों की जिम्मेवारी है।
15 जनवरी को हिमाचल दौरे पर आ सकता है आयोग
डॉ अंजू बाला ने बताया कि 15 जनवरी 2024 को पूर्ण राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग हिमाचल प्रदेश के दौरे पर आ सकता है। इस दौरान आयोग प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक कर प्रदेश में अनुसूचित जाति के कल्याण हेतु चल रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वन की समीक्षा करेगा। उन्होंने सभी अधिकारीयों को इस प्रस्तावित दौरे के लिए अपने विभाग की सटीक रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए ताकि आयोग के समक्ष सही स्तिथि प्रस्तुत हो सके। उन्होंने इस संदर्भ में मंडलायुक्त शिमला को शिमला मंडल के सभी अधिकारियों की बैठक जल्द बुलाने के निर्देश दिए ताकि सही रिपोर्ट तैयार हो सके।
मीडिया का भी किया धन्यवाद
डॉ अंजू बाला ने मीडिया का मामलों को उजागर करने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति से सम्बंधित कुछ मामले मीडिया के माध्यम से ही आयोग तक पहुँचते है जिन पर आयोग स्वयं संज्ञान लेकर कार्यवाई करता है। ऐसे पीड़ित लोगों को इंसाफ दिलाने में मीडिया की भूमिका बेहद सराहनीय रहती है।
डॉ अम्बेडकर शिक्षा का प्रतीक
बैठक से पूर्व डॉ अंजू बाला तथा अन्य अतिथिगणों ने भारत रत्न डॉ भीम राव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि भारत रत्न डॉ भीम राव अम्बेडकर शिक्षा का प्रतीक हैं। डॉ अम्बेडकर न होते तो आज शिक्षा का यह स्तर यहाँ तक न पहुँच पाता। उन्होंने देश की हर बेटी के लिए लड़ाई लड़ी जिसकी बदौलत आज लड़कियां उच्च शिक्षा ग्रहण कर बड़े पदों पर आसीन हैं। डॉ अम्बेडकर को उनके शिक्षा क्षेत्र और शोषित वर्गों के उत्थान के लिए हमेशा याद किया जाता है।
मंडलायुक्त शिमला अमित कश्यप ने डॉ अंजू बाला व अन्य अतिथिगणों का स्वागत किया और बैठक का सञ्चालन किया। बैठक के अंत में उन्होंने आयोग को आश्वस्त किया की सभी कमियों को दूर कर सटीक रिपोर्ट तैयार कर आयोग को प्रस्तुत की जाएगी।
ये रहे उपस्थित
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा, उपायुक्त किन्नौर तोरुल एस रवीश, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बद्दी मोहित चावला, पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गाँधी, पुलिस अधीक्षक सिरमौर रमन कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक किन्नौर विवेक चहल व पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह तथा शिमला खंड के सभी जिलों के विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।