0 0 lang="en-US"> आयोग का मुख्य उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक दृष्टि से अन्य पिछड़ा वर्गों का सुधार करना - ग्रेटवे न्यूज नेटवर्क
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आयोग का मुख्य उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक दृष्टि से अन्य पिछड़ा वर्गों का सुधार करना

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हमीरपुर 22 सितम्बर -समाज में अन्य पिछड़ा वर्गों के उत्थान के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान की गई हैं ताकि अन्य पिछड़ा वर्गों का भी चहुंमुखी विकास एवं जीवन स्तर को ऊंचा उठाया जा सके। यह बात हिमाचल प्रदेश राज्य पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष राम लोक धनोटिया ने वीरवार को हमीर भवन में अन्य पिछड़ा वर्ग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुई कही। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में इस प्रकार की बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 1993 में अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग गठित किया गया था। इस आयोग का मुख्य उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक दृष्टि से अन्य पिछड़ा वर्गों का सुधार करना है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 52 जातियां अन्य पिछड़ा वर्ग में पंजीकृत हैं जोकि वेबसाईट पर उपलब्ध हैं। उन्होंने ग्रामीण तथा शहरी निकायों के अधिकारियों से कहा कि वे ओबीसी वर्गों का सर्वें करें तथा अपडेट डाटा 15 दिन के भीतर प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि ओबीसी वर्ग में शामिल करने के लिए जब भी कमीशन में आवेदन भेजें तो वह प्रस्ताव के रूप में ग्राम सभा के माध्यम से आना चाहिए। उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बारे में लोगों को जागरूक करें।
उन्होंने बताया कि जिला हमीरपुर में वर्तमान में अन्य पिछड़ा वर्ग की 90146 जनसंख्या है। जिनमें 45063 पुरूष और 44183 महिलाएं है। उन्होंने बताया कि 1993-94 में सर्वे के अनुसार 70216 जनसंख्या थी जिसमें अब 19930 की बढ़ोतरी हुई है जो कि 22.11 प्रतिशत है।
बैठक में ओबीसी वर्ग की प्रमाण पत्र की वैधता की अवधि एक वर्ष से अधिक बढ़ाने तथा अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य पिछड़ा आयोग के सदस्य एसडी नेगी, राम लाल शर्मा, शिव चरण चौधरी, रीमा धीमान, दिले राम, उपायुक्त देबश्वेता बनिक, समस्त एसडीएम, समस्त बीडीओ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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