शिमला। जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े प्रदेश के स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता और बेहतर मार्केटिंग के लिए एचसीएलपीसीएल यानी हिमाचल कम्यूनिटी लाइवलिहुड्स प्रोड्यूसर कंपनी लि. का गठन किया गया है। अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल एवं जाइका वानिकी परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया की अध्यक्षता में शनिवार को इस कंपनी का विधिवत शुभारंभ किया गया। स्वयं सहायता समूहों द्वारा चुने हुए निदेशकों की उपस्थित में कंपनी का गठन किया गया।
इस कंपनी के गठन होने से हिमाचल प्रदेश के लगभग 920 स्वयं सहायता समूहों को उनके उत्पादों को मार्केट में ले जाने में सहायता होगी। ये सभी समूह कंपनी के अंतर्गत गठित किए गए हैं। जिनको लगभग 9.20 करोड़ की रिवोल्विंग फंड और 50 से 75 प्रतिशत कैपिटल कॉस्ट मशीनों की खरीद के लिए प्रदान किया जाता है। बताया गया कि मार्च 2024 तक स्वयं सहायता समूहों ने लगभग दो करोड़ रूपये की कमाई कर दी। इसको गति देने के लिए अगले स्तर में ले जाने व लंबे समय तक गतिविधियों को जिंदा रखने के लिए यह कंपनी आने वाले समय में अहम भूमिका निभाएगी। इस कंपनी के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण स्तर पर वनों पर आधारित लोगों को स्वरोजगार व आजीविका के संसाधनों व सेवाएं प्रदान की जाएगी। गौरतलब है कि यह इस तरह का यह प्रयास वानिकी परियोजना में प्रदेश स्तर पर पहली बार किया गया। जाइका वानिकी परियोजना 7 जिलों, 19 वन मंडल और 74 वन परिक्षेत्र के अंतर्गत इम्पलीमेंट की जा रही है।
जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े सभी स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता और बेहतर मार्केटिंग के लिए हिमाचल कम्यूनिटी लाइवलिहुड्स प्रोड्यूसर कंपनी का गठन किया गया। स्वयं सहायता समूहों के निदेशकों की उपस्थिति में विधिवत शुभारंभ किया गया। इस कंपनी के गठन होने से प्रदेश के ग्रामीण स्तर पर लोगों को आजीविका सुधार और स्वरोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।
स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए जाइका ने किया कंपनी का गठन
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