करसोग (मंडी)। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू ने वीरवार को मंडी जिला के करसोग में लोकसभा उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह के लिए चुनाव प्रचार किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस फ़िल्म का डायरेक्टर ही फ्लॉप हीरोइन कितनी भी सुपरस्टार हो, उस फिल्म का फ्लॉप होना तय है। क्योंकि, कंगना रनौत की स्क्रिप्ट भाजपा की है और डायरेक्शन जयराम ठाकुर का पर स्टोरी पिटी हुई है। कंगना मेहनत कर सुपर स्टार बनी हैं, अच्छी बात है लेकिन आपदा में उन्होंने हिमाचल प्रदेश का कोई सहयोग नहीं किया। आमिर खान ने 25 लाख रुपये चुपचाप दिए और कंगना प्रदेश सरकार का अकॉउंट ही ढूंढती रहीं।
ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर ने विक्रमादित्य सिंह से अपना पिंड छुड़ाने के लिए कंगना को टिकट दिलाई है। उन्हें पता था कि विक्रमादित्य सिंह चुनाव लड़ रहे हैं और वह जीत भी जाएंगे इसलिए किसी और को लड़ा दो। विक्रमादित्य सिंह अच्छे व्यक्ति हैं, जनता का दर्द व पीड़ा जानते हैं, आपके बीच रहते हैं। आपका के समय पीडब्ल्यूडी मंत्री के नाते इन्होंने अभूतपूर्व कार्य किया है। जयराम ठाकुर तो मुख्यमंत्री बनकर पांच साल सोए ही रहे। जब वोट के जरिये जनता ने उन्हें नकार दिया तो नोटों के दम पर सत्ता हथियाने में लगे हुए हैं। कांग्रेस सरकार के दूसरे बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के छह विधायकों को खरीद लिया। हेलीकॉप्टर में एक महीने तक चंडीगढ़, पंचकूला, गुरुग्राम और दिल्ली घुमाते रहे। जयराम ठाकुर को कुर्सी की इतनी भूख सता रही थी कि मुख्यमंत्री बनने के लिए काला कोट पहनकर बैठ गए थे और यह सोच लिया था कि सरकार का बजट पास होने से पहले ही सुबह सात बजे शपथ भी ले लेंगे, लेकिन जिस भगवान को चुनौती देते हुए वह कह रहे थे कि यह सरकार नहीं बचती उसी भगवान के आशीर्वाद से हमारी सरकार बची हुई है। कांग्रेस सरकार पूरे पांच साल जनहित में काम करेगी। जिन विधायकों को भाजपा ने खरीदा है, उन्होंने भी काले कोट सिला लिए थे, लेकिन वह नहीं जानते थे कि विधानसभा अध्यक्ष लॉ ग्रेजुएट हैं और कानूनी बारीकियों को अच्छी तरह जानते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नोट के दम पर सरकार हथियाने की कोशिश करने वालों को 1 जून को करसोग की जनता अपने वोट से सबक सिखाये। भाजपा ने कांग्रेस की एक राज्यसभा सीट चुराई है, प्रदेश की जनता 4 लोकसभा और 6 विधानसभा सीटें कांग्रेस को जिताकर उन्हें जवाब देगी। यह लड़ाई मेरी, विक्रमादित्य सिंह या विधानसभा अध्यक्ष की नहीं, आम जनता की है। नोट के दम पर अगर आपका वोट खरीदने की चेष्टा की जाएगी तो न लोकतंत्र बचेगा न लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ने वाले, इसलिए जिस कांग्रेस ने जनता को वोट की सबसे बड़ी ताकत है, उससे विक्रमादित्य सिंह को जिताएं।
सरकार ने 15 महीने में ओपीएस दी, सुख आश्रय योजना लाये, महिलाओं को 1500 रुपये मासिक देने की योजना शुरू की। एक साल में 22000 सरकारी नौकरियां निकाली। दूध पर एमएसपी देने जा रहे हैं, मनरेगा कर्मचारियों की दिहाड़ी में ऐतिहासिक वृद्धि की, पुलिसकर्मियों की डाइट मनी 1000 रुपये की गई। आपदा में 4500 करोड़ रुपये का पैकेज दिया, जबकि भाजपा सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगी है। 5 साल लोगों की सेवा कर फिर जनता की अदालत में जाएंगे। अभी तो सरकार ने आगाज किया है, अंजाम अभी बाकि है। एक साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार पर चोट कर 2200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व कमाया है।
इस दौरान विधानसभा स्पीकर कुलदीप पठानिया, विधायक नीरज नैय्यर, पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी, महेश राज पूर्व उम्मीदवार, कार्यकारी जिला अध्यक्ष शशि शर्मा, प्रभारी करसोग विधानसभा क्षेत्र रूपेश कंवल, ब्लॉक अध्यक्ष हरिओम शर्मा, एपीएमसी चेयरमैन संजीव गुलेरिया, जगदीश रेड्डी, ब्लॉक समिति अध्यक्ष सविता गुप्ता इत्यादि मौजूद रहे।