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भ्रष्टाचार के कारण गया था बिंदल का मंत्री पदः कांग्रेस
शिमला। मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल और संजय अवस्थी ने कहा है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव बिन्दल पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण ही उन्हें जयराम ठाकुर मंत्रिमंडल से बाहर निकाला गया था। कारोना महामारी के दौरान जब हर कोई जीवन बचाने की जंग लड़ रहा था, तब भाजपा सरकार के मंत्री लूट-खसूट में लगे हुए थे। सैनिटाइज़र, पीपीई किट और दवाइयों की खरीद में भारी भ्रष्टाचार हुआ और डॉ राजीव बिंदल की स्वास्थ्य मंत्री के पद से छुट्टी कर दी गई।
उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद डॉ राजीव बिन्दल मीडिया की सुर्खियां बटोरने के लिए बयानवीर बने हुए हैं। राजनीति में बने रहने के लिए डॉ. बिन्दल कांग्रेस को कोसने के मामले में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
बुटेल और अवस्थी ने कहा कि डॉ बिन्दल जनता को बतायें कि उन्हें पिछली भाजपा सरकार में मंत्री पद से क्यों हटाया गया और क्यों उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर सरकार जितना काम पांच वर्ष के कार्यकाल में नहीं कर सकी उससे अधिक काम मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने सवा साल के छोटे से कार्यकाल में कर दिखाया है।
मुख्य संसदीय सचिवों ने कहा कि जय राम ठाकुर सरकार ने अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में 16000 लोगों को सरकारी नौकरियां दी जबकि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने अपने सवा साल के कार्यकाल में 22000 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने एनपीएस कर्मचारियों के लिए पुरानी पैंशन व्यवस्था बहाल की है ताकि वे अपना बुढ़ापा सम्मानजनक तरीक़े से जी सकें। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कर्मचारियों के हितों को सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने दस गांरटियों में से पांच प्रमुख गांरटियों को अपने सवा साल के कार्यकाल में ही पूर्ण कर दिया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने इस वित्त वर्ष से दिहाड़ीदारों की दिहाड़ी में 25 रूपये की बढ़ौतरी कर 400 रूपये प्रतिदिन कर दी हैं उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं, आंगनवाड़ी सहायिका, मिड डे मील वर्कर्जं, वाटर कैरियर, जल रक्षक, पैरा फिटर, पम्प-ऑपरेटर, पंचायत चौकीदार, राजस्व चौकीदार, सिलाई अध्यापिकाओं, एसएमएस अध्यापकों तथा आई टी अध्यापकों के मानदेय में समुचित वृद्धि की गई है।