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कहा कृत्रिम मेधा, डाटा साईंस व मशीन लर्निंग जैसे आधुनिक पाठ्यक्रम होंगे आरम्भ
शिमला, 13 जून
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने आज औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, चौपाल का औचक निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान के प्रशिक्षुओं तथा शिक्षकों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार की तलाश करने के बजाए रोजगार प्रदाता के अवसर प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवा हुनरमंद हैं और उनके हुनर को निखारने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि 330 करोड़ रुपये से तकनीकी शिक्षा क्षेत्र का कायाकल्प किया जा रहा है। व्यावसायिक आवश्यकता के अनुरूप युवाओं के लिए कृत्रिम मेधा, डाटा साईंस व मशीन लर्निंग जैसे आधुनिक पाठ्यक्रम आरम्भ किए जा रहे हैं।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि रोजगार प्रदाताओं को ईईएमआईएस पोर्टल से जोड़ा जा रहा है और प्रशिक्षुओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए कैम्पस इंटरव्यू आयोजित किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर उन्होंने प्रशिक्षुओं से विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी भी ली।
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने आज औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, चौपाल का औचक निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान के प्रशिक्षुओं तथा शिक्षकों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार की तलाश करने के बजाए रोजगार प्रदाता के अवसर प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवा हुनरमंद हैं और उनके हुनर को निखारने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि 330 करोड़ रुपये से तकनीकी शिक्षा क्षेत्र का कायाकल्प किया जा रहा है। व्यावसायिक आवश्यकता के अनुरूप युवाओं के लिए कृत्रिम मेधा, डाटा साईंस व मशीन लर्निंग जैसे आधुनिक पाठ्यक्रम आरम्भ किए जा रहे हैं।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि रोजगार प्रदाताओं को ईईएमआईएस पोर्टल से जोड़ा जा रहा है और प्रशिक्षुओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए कैम्पस इंटरव्यू आयोजित किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर उन्होंने प्रशिक्षुओं से विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी भी ली।