ऊना, 21 जून। दक्षिण-पश्चिम मानसून संबंधी तैयारियों को लेकर एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चौहान ने शुक्रवार को समीक्षा बैठक ली। बैठक में विभिन्न विभागों को निर्देश दिए कि वे मॉनसून सीजन के दृष्टिगत सभी विभागों से उचित समन्वय स्थापित करें ताकि किसी भी आपात स्थिति में होने वाले नुक्सान को कम किया जा सके।
विश्व मोहन देव चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जल जनित रोगों के उपचार के लिए आवश्यक दवाईयों का स्टॉक सभी चिकित्सा संस्थानों में समुचित मात्रा में रखें। सर्पदंश के उपयोग में लाई जाने वाली दवाईयों का भी समुचित भंडारण रखें। मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों से निपटने के लिए भी पूरी तैयारी रखें। उन्होंने स्वास्थ्य को निर्देश दिए कि लोगों को जल जनित होने वाले रोगों के बारे जागरूक करने के लिए पम्फलेटस बनाएं और आशा वर्करों के माध्यम से घर-घर तक इन पम्फलेटस को पहुंचाना सुनिश्चित करें।
एसडीएम ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल स्रोतों तथा जल भण्डारण टैंकों की साफ-सफाई तथा सभी पेयजल स्रोतों की क्लोरिनेशन करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा पेयजल नमूनों की भी समय-समय पर जांच करें ताकि जलजनित विषाणुओं का पता लगाया जा सके। उन्होंने नगर परिषद ऊना, मैहतपुर-बसदेहड़ा व संतोषगढ़ को निर्देश दिए गए कि वर्षा जल के समुचित निकासी के लिए नालियों तथा नालों की साफ-सफाई के साथ-साथ आवश्यक उपकरणों को भी तैयार रखें। उन्होंने एमसी क्षेत्रों में बंद नालियों की निकासी का कार्य मॉनसून से पहले निपटाना सुनिश्चित करें को कहा ताकि मॉनसून के दौरान किसी प्रकार दिक्कत न हो। उन्होंने राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग, बिजली बोर्ड, अग्निशमन विभाग व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने अधीनस्थ क्षेत्र में बरसात की तैयारियों के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को शीघ्र पूर्ण करें ताकि आवश्यकता के समय प्रभावित क्षेत्र में तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।
इस अवसर पर तहसीलदार शीखा राणा, नायब तहसीलदार किरण चौहान, अग्निशमन अधिकारी सुरेश कुमार, एनएचएआई से इंजीनियर विनोद कुमार सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
मॉनसून संबंधी तैयारियों को लेकर एसडीएम ने ली समीक्षा बैठक
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