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ऊना, 27 जून। उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने कहा कि डायरिया नियंत्रण अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करना सुनिश्चित बनाए। उन्होंने कहा कि डायरिया नियंत्रण अभियान को लेकर सभी विभागों को लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं जिनकी पूर्ति के लिए धरातल पर सभी विभाग पूरी तत्परता के साथ कार्य करें। उपायुक्त आज डीआरडीए सभागार में डायरिया नियंत्रण अभियान को लेकर गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि डायरिया रोकथाम अभियान के तहत जिला में 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग का कोई भी बच्चा प्रभावित न हो इसके लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास तथा शिक्षा विभाग को जन जागरूकता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को आंगबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चो के अभिभावकों तथा स्कूली स्तर पर बच्चो को भी जागरूक करने पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा विभाग को स्कूली स्तर पर हाथ धोने की तकनीक सीखाने तथा डायरिया होने की स्थिति में अपनाए जाने वाले सुरक्षात्मक कदमों बारे जागरूक करने पर जोर दिया। इसके अलावा शिक्षकों के माध्यम से अभिभावकों को भी जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उपायुक्त ने कहा कि डायरिया नियंत्रण अभियान के दौरान जिला में डायरिया का कोई भी मामला सामने न आए इस दृष्टिकोण के साथ जिला टास्क फोर्स के सभी विभाग कार्य करना सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने डायरिया की वजह से होने वाली अन्य बीमारियों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने जल शक्ति विभाग को पेयजल की गुणवत्ता बनाए रखने तथा सभी पेयजल स्त्रोतों व टंकियों इत्यादि की समयबद्ध साफ-सफाई सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त पेयजल स्त्रोतों के क्लोरिनेशन पर भी जोर दिया।
जतिन लाल ने विभागीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि डायरिया नियंत्रण अभियान के दौरान आंगनबाड़ी और आशा वर्करों के माध्यम से 5 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को दो ओआरएस पैकेट तथा 14 जिंक टैबलेट उपलब्ध करवाए जाएंगे। जिला के सभी निजी व सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में ओआरएस जिंक कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे जिनके माध्यम से लोगों को डायरिया बारे जागरूक बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि डायरिया रोकथाम अभियान के तहत जिला में 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग का कोई भी बच्चा प्रभावित न हो इसके लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास तथा शिक्षा विभाग को जन जागरूकता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को आंगबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चो के अभिभावकों तथा स्कूली स्तर पर बच्चो को भी जागरूक करने पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा विभाग को स्कूली स्तर पर हाथ धोने की तकनीक सीखाने तथा डायरिया होने की स्थिति में अपनाए जाने वाले सुरक्षात्मक कदमों बारे जागरूक करने पर जोर दिया। इसके अलावा शिक्षकों के माध्यम से अभिभावकों को भी जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उपायुक्त ने कहा कि डायरिया नियंत्रण अभियान के दौरान जिला में डायरिया का कोई भी मामला सामने न आए इस दृष्टिकोण के साथ जिला टास्क फोर्स के सभी विभाग कार्य करना सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने डायरिया की वजह से होने वाली अन्य बीमारियों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने जल शक्ति विभाग को पेयजल की गुणवत्ता बनाए रखने तथा सभी पेयजल स्त्रोतों व टंकियों इत्यादि की समयबद्ध साफ-सफाई सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त पेयजल स्त्रोतों के क्लोरिनेशन पर भी जोर दिया।
जतिन लाल ने विभागीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि डायरिया नियंत्रण अभियान के दौरान आंगनबाड़ी और आशा वर्करों के माध्यम से 5 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को दो ओआरएस पैकेट तथा 14 जिंक टैबलेट उपलब्ध करवाए जाएंगे। जिला के सभी निजी व सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में ओआरएस जिंक कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे जिनके माध्यम से लोगों को डायरिया बारे जागरूक बनाया जाएगा।
जिला में 5 वर्ष से कम आयु वर्ग के हैं 39,205 बच्चे
जिला में डायरिया नियंत्रण अभियान के तहत कुल 39,205 ऐसे बच्चों की पहचान की गई है जिनकी आयु 5 वर्ष से कम है। जिनमें अम्ब स्वास्थ्य ब्लॉक मेें 6,328, गगरेट में 7,665, हरोली में 7,937, थानाकलां में 5,190 तथा बसदेहड़ा जिसमें क्षेत्र अस्पताल भी शािमल है स्वास्थ्य ब्लॉक में 12,085 बच्चे शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने परिवार नियोजन तथा जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य को लेकर भी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की तथा संबंधित विभागों को निर्धारित लक्ष्यांे की पूर्ति के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ संजीव वर्मा सहित टास्क फोर्स के विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।
जिला में डायरिया नियंत्रण अभियान के तहत कुल 39,205 ऐसे बच्चों की पहचान की गई है जिनकी आयु 5 वर्ष से कम है। जिनमें अम्ब स्वास्थ्य ब्लॉक मेें 6,328, गगरेट में 7,665, हरोली में 7,937, थानाकलां में 5,190 तथा बसदेहड़ा जिसमें क्षेत्र अस्पताल भी शािमल है स्वास्थ्य ब्लॉक में 12,085 बच्चे शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने परिवार नियोजन तथा जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य को लेकर भी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की तथा संबंधित विभागों को निर्धारित लक्ष्यांे की पूर्ति के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ संजीव वर्मा सहित टास्क फोर्स के विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।