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कारगिल में लिखी थी शौर्य और बलिदान की गाथा: अमरजीत सिंह

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हमीरपुर 26 जुलाई। कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर शुक्रवार को यहां शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा पार्क में जिला स्तरीय समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उपायुक्त अमरजीत सिंह, एसपी भगत सिंह ठाकुर और अन्य अधिकारियों, भूतपूर्व सैनिकों और अन्य गणमान्य लोगों ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा हिमाचल प्रदेश पुलिस की टुकड़ी ने भी सलामी दी।
इस अवसर पर शहीद सैनिकों को नमन करते हुए उपायुक्त अमरजीत सिंह ने कहा कि 25 वर्ष पूर्व भारत के वीर सैनिकों ने कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों पर अदम्य साहस और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान की एक ऐसी गाथा लिखी थी, जिसे भारतवासी कभी भी नहीं भुला सकते हैं। इस युद्ध में भारत के वीर सैनिकों ने बेहद कठिन परिस्थितियों में जीत हासिल करके दुश्मन को एक बार फिर यह चेतावनी दी थी कि हमारी सीमाओं की ओर कोई आंख उठाकर भी नहीं देख सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि इस युद्ध में भारत के 527 वीर सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था, जिनमें हिमाचल के 52 सैनिक शामिल थे। प्रदेश के दो वीर सैनिकों शहीद कैप्टन विक्रम बतरा और सूबेदार संजय कुमार को वीरता के सर्वोच्च पुरस्कार परमवीर चक्र से अलंकृत किया गया था। जिला हमीरपुर के भी 8 सैनिकों ने अपनी शहादत दी थी।
उपायुक्त ने कहा कि हमारी सीमाओं की रक्षा के लिए सैनिक सदैव तत्पर रहते हैं। सैनिकों और इनके परिजनों को सम्मान देना और उनकी सुविधाओं का ध्यान रखना हम सबका कर्तव्य है। अमरजीत सिंह ने कहा कि जिला हमीरपुर एक सैनिक बाहुल क्षेत्र है। इसलिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सैनिकों के परिवारों से संबंधित समस्याओं के निवारण तथा उनके अन्य कार्यों में तत्परता दिखानी चाहिए।
हमीरपुर में शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा पार्क और निर्माणाधीन युद्ध स्मारक की चर्चा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि इसका कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण और रोजगार के लिए प्रदेश सरकार ने कई योजनाओं आरंभ की हैं तथा सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान किया है। भूतपूर्व सैनिकों को इनका लाभ उठाना चाहिए।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कारगिल युद्ध के 8 शहीदों के परिजनों को विशेष रूप से सम्मानित किया। जबकि, एसपी भगत सिंह ठाकुर ने उपस्थित लोगों को शहीदों के सम्मान की शपथ दिलाई।
इससे पहले, जिला सैनिक कल्याण उपनिदेशक स्क्वाड्रन लीडर मनोज राणा ने उपायुक्त, एसपी और अन्य अधिकारियों, शहीद सैनिकों के परिजनों और भूतपूर्व सैनिकों का स्वागत किया तथा कारगिल युद्ध की गाथा का स्मरण किया। कारगिल युद्ध के घायल वीर सैनिक हवलदार मेहर सिंह ने भी अपने अनुभव साझा किए।

कारगिल युद्ध में जिला हमीरपुर के ये 8 वीर सैनिक हुए थे शहीद:

शहीद हवलदार कश्मीर सिंह गांव उहल तहसील टौणी देवी
शहीद हवलदार राजकुमार गांव बगलू, डाकघर कक्कड़ तहसील टौणी देवी
शहीद सिपाही दिनेश कुमार गांव अंदराल डाकघर उहल तहसील टौणी देवी
शहीद राइफलमैन दीप चंद गांव बरोटी तहसील बड़सर
शहीद हवलदार स्वामी दास चंदेल गांव समलेहड़ा डाकघर बगवाड़ा तहसील टौणी देवी
शहीद राइफलमैन प्रवीण कुमार गांव खलावट डाकघर सठवीं तहसील बड़सर
शहीद राइफलमैन सुनील कुमार गांव त्यानकड़ डाकघर चबूतरा तहसील सुजानपुर
शहीद सिपाही राकेश कुमार गांव कछ पलाही डाकघर बीड़ बगेहड़ा तहसील सुजानपुर

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