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कुल्लू 27 जुलाई सीपीएस ने कहा कि इस वर्ष का कुल्लू का दशहरा 13 से 19 अक्टूबर से तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस वर्ष सात दिन के उत्सव के बाद 20 दिनों तक ट्रेड फेयर चलेगा। गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी दशहरा पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्वरूप में मनाया जाएगा। इसके लिए उन्होंने पिछले सप्ताह अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अधिकारियों से भी बैठक की थी जिन्होंने पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि इस बार अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक दलों की प्रस्तुतियों का थीम भी भारत के दशहरे पर आधारित ही होगा । इसके अतिरिक्त इस उत्सव में देश के विभिन्न राज्यों तथा विभिन्न जिलों के सांस्कृतिक दल अपनी प्रस्तुतियां देंगे। उन्होंने कहा की इस वर्ष इस उत्सव के लिए एक सहयोगी राज्य तथा सहयोगी राष्ट्र को विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाएगा जिसकी कला, शिल्प, व्यंजनों की मेले में विशेष उपस्थिति रहेगी।
उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए कला केंद्र के अतिरिक्त एक मंच रथ मैदान में भी लगाया जाएगा जहां पर दिन में 2 बजे से 5 पांच बजे तक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। मेले के दौरान यहां साफ सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा जिसकी जिम्मेदारी नगर परिषद निभायेगी। उत्सव में ग्रामीण खेल कूद के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी इसके आयोजन की जिम्मेवारी ज़िला परिषद तथा खेल विभाग पर रहेगी। इसके लिए रथ मैदान में दो फ्लड लाईट लगाईं जायेंगी ताकि रात्रि के समय भी खेलों का आयोजन कर के युवाओं को आगे बढ़ने के लिए तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि देव संस्कृति को समर्पित इस उत्सव को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के लिए सभी किरदारों के साथ एक बैठक का आयोजन किया जाएगा तथा प्रशासन द्वारा आमंत्रित देवताओं की व्यवस्था की जायेगी। उत्सव में आने वाले देवी देवताओं तथा देवलुओं के लिए भी बेहतर व्यवस्था की जायेगी।उन्होंने कहा कि महल्ले के दूसरे दिन एक भव्य सांस्कृतिक परेड का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक दलों के अलावा प्रदेश तथा जिले के प्रमुख सांस्कृतिक दल भाग लेंगे तथा समापन अवसर के दिन कुल्लू कार्निवल का आयोजन किया जाएगा।उन्होंने कानून – व्यवस्था, पेयजल, साफ सफाई , बिजली, आदि से संबंधित व्यवस्था के लिए भी निर्देश दिए। इसके पश्चात् उन्होंने मेला मैदान का भी निरीक्षण किया तथा कृषि एवं बागवानी विभाग को यहाँ हरी घास को बढ़ाने के लिए सिंचाई का उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। बैठक की कार्यवाही का संचालन अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अश्वनी कुमार ने किया। बैठक में उपायुक्त तोरुल एस रवीश, पुलिस अधीक्षक गोकुलचंद्रन कार्तिकेयन , देवता रघुनाथ के कारदार दानवेंद्र सिंह, गैर अधिकारी सदस्य , सहायक आयुक्त शशिपाल नेगी,एसडीएम विकास शुक्ला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।