भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) ने 30 जुलाई 2024 को इलेक्ट्रॉनिक सेवा ई-स्वास्थ्य सहायता और टेली-परामर्श (ई-सेहत) मॉड्यूल शुरू किया है। ई-सेहत टेली-परामर्श ईसीएचएस लाभार्थियों को अपने घरों से चिकित्सा उपचार के लिए ऑनलाइन टेली-परामर्श प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा। इसके लिए उन्हें ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक में जाने की जरूरत नहीं होगी। मॉड्यूल का उद्देश्य सुरक्षित और संरचित वीडियो आधारित नैदानिक परामर्श के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ प्रदान करना है। पायलट परियोजना आज 12 ईसीएचएस पॉलीक्लिनिकों में लॉन्च की गयी, जिसमें बारामुल्ला, इंफाल, चुराचांदपुर, दीमापुर और आइजोल जैसे दूरस्थ स्थान भी शामिल हैं। नवंबर 2024 में पूरे भारत में इसके शुरू होने से पहले, 12 ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक ने दूर-दराज के ईसीएचएस लाभार्थी भूतपूर्व सैनिकों से टेली-परामर्श लिया। केंद्रीय संगठन भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना के प्रबंध निदेशक मेजर जनरल मनोज नटराजन ने इंफाल ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक में उद्घाटन पायलट परीक्षण का अवलोकन किया।
यह मॉड्यूल नीति आयोग के परामर्श से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मार्च 2020 में जारी टेलीमेडिसिन अभ्यास दिशानिर्देशों का पालन करता है। परियोजना के निर्बाध कार्यान्वयन और विस्तार को सुनिश्चित करने के लिए, सभी 427 ईसीएचएस पॉलीक्लिनिकों को आईटी हार्डवेयर और उपकरण प्रदान किए गए हैं और कर्मचारियों को ऑनलाइन चिकित्सा सलाह देने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। भविष्य के चरणों में परामर्श से पहले महत्वपूर्ण जांच और दवाओं की होम डिलीवरी और चिकित्सा अधिकारियों द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में रेफर करना शामिल होंगे।
ई-सेहत पहल भारत सरकार के डिजिटल इंडिया विजन के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक सेवाओं में डिजिटल समावेश और दक्षता को बढ़ावा देना है। यह अग्रणी प्रयास भूतपूर्व सैनिकों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सुविधा को बदल देगा, जिससे उनके घरों में समय पर और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित होगी।