0 0 lang="en-US"> आपदा से निपटने में सरकार व प्रशासन की मुस्तैदी, तत्परता की महत्वपूर्ण भूमिका रही - ग्रेटवे न्यूज नेटवर्क
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आपदा से निपटने में  सरकार व प्रशासन की मुस्तैदी, तत्परता की  महत्वपूर्ण भूमिका रही

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उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस रवीश ने जानकारी दी कि  पिछले दिनों कुल्लू जिला के विभिन्न स्थानों पर आई आपदा जिसमें कई स्थानों पर बादल फटने के कारण जान माल का नुकसान हुआ परंतु सरकार व प्रशासन की मुस्तैदी, तत्परता तथा त्वरित राहत- बचाव  अभियान के कारण आपदा से निपटने तथा नुकसान को कम करने  में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही।

उन्होंने कहा कि कुल्लू के  पार्वती घाटी  के मलाणा नाले में आई बाढ़ के कारण जहां पिछले दिनों मलाणा एक तथा मलाणा दो परियोजना में डैम  साइट पर पानी भर जाने के कारण नाले में जलस्तर बढ़ गया था, जिसके कारण नाले के साथ लगते घरों  तथा भूमि  को भारी नुकसान हुआ। इस नाले के साथ लगते गांव  बलादी  तथा चौकी में काफी नुकसान हुआ । बलादी  गांव में कई  मकान तथा एक मंदिर बह गया था।

प्रशासन को जैसे ही बादल फटने की सूचना मिली तुरंत ही पार्वती नदी के किनारे बसे सभी गांव को आगाह किया गया तथा  एसडीएम विकास शुक्ला सहित  समस्त संबंधित अधिकारी आपदा प्रबंधन के कार्य में जुट गये।   संभावित खतरे के क्षेत्रों  को  जिया भुंतर तक खाली करवाया गया। बलादी  तथा चौकी गांव को भी तुरंत खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इसके पश्चात वहां के पशुधन को भी सुरक्षित पहुंचाया गया । उसके उपरांत नाले के साथ मशीनों द्वारा कार्य करके नाले के बहाव  को दुरुस्त किया गया ताकि जमीनों को सुरक्षित किया जा सके। यह कार्य अभी भी जारी है।

उन्होंने कहा कि बलादी  गांव को जोड़ने के लिए झूले पुल का निर्माण करने के लिए संबंधित विभाग को एस्टीमेट बनाने के लिए निर्देश दिया गया है अब  शीघ्र इस गांव को झूला पुल से जोड़ा जाएगा।  मलाणा परियोजना  एक और दो  के प्रबंधन को अपने-अपने स्तर पर  पुनरुद्धार  योजना  तैयार करके कार्य शीघ्र आरंभ करने के लिए कहा गया है, जिस पर वे कार्य कर रहे हैं। मलाणा के लिए बिजली की आपूर्ति को बहाल करने के लिए विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य कार्य किया जा रहा है ताकि शीघ्र अति  शीघ्र  मलाणा   गांव के लिए बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। वहीं मणिकर्ण घाटी के तोष गांव में भी पिछले दिनों बादल फटने से गांव को जोड़ने वाला फुट ब्रिज पूरी तरह से बह गया है यहां पर बेली ब्रिज के निर्माण के लिए एस्टीमेट बनाने के लिए विभाग को निर्देश दे दिए जा चुके हैं।

उन्होंने बताया कि कुल्लू के साथ लगते छरुडू  नामक स्थान पर कुल्लू मनाली को लेफ्ट बैंक से जोड़ने वाली सड़क   जो पूरी तरह से बाढ़ की भेंट चढ़ गइ थी।  उसको रिकॉर्ड समय में उसको पुनरुद्धार  करके  आवाजाही के लिए बहाल  कर दिया गया है। कुल्लू मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी शिरड रिसोर्ट   नामक स्थान पर सड़क का आधे  से ज्यादा हिस्सा बाढ़ की भेंट चढ़ गया था उसे भी आवाजाही के लिए दुरुस्त कर दिया गया है, जहां अभी कार्य प्रगति पर है। जिले के विभिन्न स्थानों पर जहां-जहां जमीन का नुकसान हुआ है  वहां  राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा फील्ड में जाकर आकलन  किया जा रहा है सरकार द्वारा नियमों के अनुसार उसके लिए उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग के लिए   एनडीआरएफ़,होमगार्ड्स,पुलिस विभाग तथा स्थानीय रेस्क्यू दलों का भी आभार प्रकट किया।

उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस रवीश ने जानकारी दी कि  पिछले दिनों कुल्लू जिला के विभिन्न स्थानों पर आई आपदा जिसमें कई स्थानों पर बादल फटने के कारण जान माल का नुकसान हुआ परंतु सरकार व प्रशासन की मुस्तैदी, तत्परता तथा त्वरित राहत- बचाव  अभियान के कारण आपदा से निपटने तथा नुकसान को कम करने  में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही।

उन्होंने कहा कि कुल्लू के  पार्वती घाटी  के मलाणा नाले में आई बाढ़ के कारण जहां पिछले दिनों मलाणा एक तथा मलाणा दो परियोजना में डैम  साइट पर पानी भर जाने के कारण नाले में जलस्तर बढ़ गया था, जिसके कारण नाले के साथ लगते घरों  तथा भूमि  को भारी नुकसान हुआ। इस नाले के साथ लगते गांव  बलादी  तथा चौकी में काफी नुकसान हुआ । बलादी  गांव में कई  मकान तथा एक मंदिर बह गया था।

प्रशासन को जैसे ही बादल फटने की सूचना मिली तुरंत ही पार्वती नदी के किनारे बसे सभी गांव को आगाह किया गया तथा  एसडीएम विकास शुक्ला सहित  समस्त संबंधित अधिकारी आपदा प्रबंधन के कार्य में जुट गये।   संभावित खतरे के क्षेत्रों  को  जिया भुंतर तक खाली करवाया गया। बलादी  तथा चौकी गांव को भी तुरंत खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इसके पश्चात वहां के पशुधन को भी सुरक्षित पहुंचाया गया । उसके उपरांत नाले के साथ मशीनों द्वारा कार्य करके नाले के बहाव  को दुरुस्त किया गया ताकि जमीनों को सुरक्षित किया जा सके। यह कार्य अभी भी जारी है।

उन्होंने कहा कि बलादी  गांव को जोड़ने के लिए झूले पुल का निर्माण करने के लिए संबंधित विभाग को एस्टीमेट बनाने के लिए निर्देश दिया गया है अब  शीघ्र इस गांव को झूला पुल से जोड़ा जाएगा।  मलाणा परियोजना  एक और दो  के प्रबंधन को अपने-अपने स्तर पर  पुनरुद्धार  योजना  तैयार करके कार्य शीघ्र आरंभ करने के लिए कहा गया है, जिस पर वे कार्य कर रहे हैं। मलाणा के लिए बिजली की आपूर्ति को बहाल करने के लिए विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य कार्य किया जा रहा है ताकि शीघ्र अति  शीघ्र  मलाणा   गांव के लिए बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। वहीं मणिकर्ण घाटी के तोष गांव में भी पिछले दिनों बादल फटने से गांव को जोड़ने वाला फुट ब्रिज पूरी तरह से बह गया है यहां पर बेली ब्रिज के निर्माण के लिए एस्टीमेट बनाने के लिए विभाग को निर्देश दे दिए जा चुके हैं।

उन्होंने बताया कि कुल्लू के साथ लगते छरुडू  नामक स्थान पर कुल्लू मनाली को लेफ्ट बैंक से जोड़ने वाली सड़क   जो पूरी तरह से बाढ़ की भेंट चढ़ गइ थी।  उसको रिकॉर्ड समय में उसको पुनरुद्धार  करके  आवाजाही के लिए बहाल  कर दिया गया है। कुल्लू मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी शिरड रिसोर्ट   नामक स्थान पर सड़क का आधे  से ज्यादा हिस्सा बाढ़ की भेंट चढ़ गया था उसे भी आवाजाही के लिए दुरुस्त कर दिया गया है, जहां अभी कार्य प्रगति पर है। जिले के विभिन्न स्थानों पर जहां-जहां जमीन का नुकसान हुआ है  वहां  राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा फील्ड में जाकर आकलन  किया जा रहा है सरकार द्वारा नियमों के अनुसार उसके लिए उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग के लिए   एनडीआरएफ़,होमगार्ड्स,पुलिस विभाग तथा स्थानीय रेस्क्यू दलों का भी आभार प्रकट किया।

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