06 अगस्त, 2024
राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन-शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर के आई.टी.डी.पी भवन रिकांग पिओ के सम्मेलन कक्ष में करच्छम तथा भावानगर के लोक निर्माण अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
राजस्व मंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों को लंबित पड़े विकास कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य सहित जनजातीय जिला किन्नौर का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके अलावा किसानों एवं बागवानों की आर्थिकी सुदृढ़ बनाए रखने के भी कड़े प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में, यह आवश्यक है कि संबंधित विभागों के माध्यम से चलाए जा रहे विभिन्न विकासात्मक कार्यों एवं योजनाओं को जमीनी स्तर पर सफल करने के लिए अधिकारी अपने काम में किसी प्रकार की कोताही न बरतें और तत्परता के साथ कार्य करें ताकि प्रदेश सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी नीतियों एवं योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंच सके।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला किन्नौर में सेब सीजन आंरभ होने वाला है जिसके सफल कार्यन्यवन के लिए सम्पर्क मार्गों को दुरूस्त रखना अति आवश्यक है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी क्षतिग्रस्त सड़कों व सम्पर्क मार्गों को समय रहत दुरूस्त करें ताकि जिला के बागवान अपने सेब व अन्य फलों को मंडी तक समय पर पहुंचा सकें। उन्होंने जिला के संवेदनशील स्थानों नाथपा, निगुलसरी, मलिंग नाला, पागल नाला इत्यादि स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में मशीनरी एवं श्रमिक उपलब्ध रखने के निर्देश दिए ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में इन सड़कों को समय पर खोला जा सके।
जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन ठेकेदारों द्वारा कार्य में कोताही बरती जाती है तथा समय पर कार्य पूर्ण नहीं किया जाता है और कार्य में गुणवत्ता नहीं पाई जाती है तो उन्हें तुरंत ब्लैकलिस्ट करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश सहित जनजातीय जिलों में चल रहे विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखे तथा किसी भी विकासात्मक कार्यों में अनदेखी को क्षमा नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी कल्पा डॉ. मेजर शशांक गुप्ता, सहायक आयुक्त विजय कुमार, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों सहित अन्य उपस्थित थे।