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कुल्लू 08 अगस्त।
हिमाचल के कुल्लू की प्रोजेक्ट प्रभावित पंचायतों का विकास तथा आपदा में हुई क्षति से पुनरुद्धार के सामुदायिक कार्यों को लाडा के धन से किया जाएगा। यह बात आज मुख्य संसदीय सचिव व लाडा कमेटी के अध्यक्ष सुंदर सिंह ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि पंचायतों का जो हिस्सा बनता है, उसे जारी कर क्षेत्र में विकास किया जाएगा। कुल्लू के बचत भवन में स्थानीय क्षेत्र विकास प्राधिकरण (लाडा) कमेटी की बैठक की अध्यक्षता मुख्य संसदीय सचिव ऊर्जा, वन, पर्यटन एवं परिवहन सुंदर सिंह ठाकुर ने की।
उन्होंने कहा कि जनवरी माह में लाडा की पहली बैठक हुई थी। आज यह दूसरी बैठक हुई है जिसमें विशेष तौर पर बड़ी परियोजनाओं का जो अंश आया है जिसके माध्यम से पंचायत में विकास कार्य हो रहे हैं। कुछ कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र आने बाकी हैं जिसके लिए सभी प्रधानों को अनुरोध किया गया है ताकि अगली धन राशी मंज़ूर करने में विलम्ब न हों। वर्तमान स्थिति में कई जगह पर बाढ़ से नुकसान हुआ है वहां पर भी प्राथमिकता के तौर पर सभी प्रधानों को इस फंड को प्राथमिकता के आधार पर खर्च करने के लिए कहा गया है ताकि अति आवश्यक कार्यों को पहले पूर्ण किया जा सके।
उन्होंने कहा कि सभी परियोजनाओं के अनुमानित कैपिटल एक्सपेंडिचर का 1.5 प्रतिशत फंड लाडा के अंतर्गत आता है। उन्होंने कहा कि लाडा के इस धन राशि का उपयोग परियोजना से प्रभावित क्षेत्र के विकास के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय क्षेत्र विकास प्राधिकरण के माध्यम से 70 प्रतिशत राशि पंचायतों के माध्यम से खर्च की जाती है। (50 प्रतिशत प्रभावित पंचायतों तथा 20 प्रतिशत क्षेत्र को) इसके साथ ही 15 प्रतिशत राशि प्रभावित विकास खंड तथा 15 प्रतिशत प्रभावित जिला के माध्यम से खर्च की जाती है।
उन्होंने कहा कि जिले में पार्वती हाइड्रो पॉवर चरण दो, तथा चरण तीन सहित सैंज हाइड्रो पावर तथा रामपुर हाइड्रो पावर परियोजना के लाडा फंड की राशि तथा इसके विकास के कार्यों पर चर्चा की गई जिसके माध्यम से महत्वपूर्ण विकास कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाएगा
मदवार मुद्दों पर बात करते हुए सर्वप्रथम सदन में लाडा के अंतर्गत किए जा रहे विकास कार्यों की कार्योत्तर मंजूरी दर्ज की गई। इसके पश्चात उन्होंने परियोजना प्रभावित पंचायतों, प्रभावित जोन के अंश के बारे में सभी को अवगत कराया। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अश्वनी कुमार ने बैठक का संचालन किया।
बैठक में विधायक बंजार सुरेंद्र शौरी, विधायक आनी लोकेंद्र कुमार, उपायुक्त तोरुल एस रवीश अध्यक्ष जिला परिषद पंकज परमार, विभिन्न परियोजना अधिकारियों सहित सभी प्रभावित पंचायतों के प्रतिनिधि तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।