नगर नियोजन, आवास और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में हिमाचल प्रदेश आवास एवं शहरी विकास प्राधिकरण (हिमुडा) और शिमला के विकास नगर में अत्याधुनिक वाणिज्यक परिसर (स्टेट आफ द आर्ट) के विकास के लिए स्कूल आफ प्लानिंग एण्ड आर्किटेक्चर (एसपीए) के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर (एमओयू) कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि यह परियोजना राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सत्त विकास लक्ष्यों के अनुरूप उच्च हाई बिल्डिंग रैंकिंग हासिल करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
इस अवसर पर राजीव गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा, जिला कांगड़ा के वास्तुकला विभाग और एसपीए के बीच तकनीकी ज्ञान साझा करने के लिए भी समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया।
राजेश धर्माणी ने कहा कि इस एमओयू का उद्देश्य वास्तुकला और नियोजन के क्षेत्र में एसपीए के व्यापक अनुभव का लाभ उठाना है ताकि हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में तकनीकी शिक्षा के मानकों को और बढ़ाकर प्रदेश के विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं के लिए तैयार किया जा सके। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में हिल आर्किटेक्चर में विशेषज्ञ पाठ्यक्रम आरम्भ करने पर भी चर्चा की।
एसपीए दिल्ली के निदेशक प्रो. वी.के. पॉल ने एमओयू हस्ताक्षरण कार्यक्रम की कार्यवाही का संचालन किया। उन्होंने कुशल नियोजन के महत्व पर भी प्रकाश डाला और कहा कि यह एमओयू हिमाचल प्रदेश की पारिस्थितिकी और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
एसपीए विजयवाड़ा के निदेशक, हिमुडा और महाविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
अत्याधुनिक वाणिज्यक परिसर और वस्तुकला में तकनीकी सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित
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