शिमला, 05 सितंबर –
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज नवनिर्मित ढली बस अड्डे का निरीक्षण किया। इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह एवं लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी उपस्थित रहे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बस अड्डे को लगभग 17 करोड़ रुपए की अनुमानित स्वीकृति प्रदान की गई थी, जिसका निर्माण कार्य लगभग 13 करोड़ रुपए से पूर्ण किया गया है। उन्होंने कहा कि बस अड्डे का लोकार्पण जल्द किया जायेगा।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ढली बस अड्डा ऊपरी क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसके निर्माण से यहां पर लोगों को आवागमन की उचित सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं यहां के लोगों को भीड़ भाड़ से भी निजात मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इस बस अड्डे में दो क्षेत्रीय प्रबंधक बैठेंगे। इसके साथ-साथ बस स्टैंड काम्प्लेक्स में 13 दुकानें, कांफ्रेंस हाल, रेस्ट रूम, टिकट काउंटर, शौचालय, प्रतीक्षा कक्ष, एक्टिविटी रूम, कैंटीन जैसी सुविधाएं लोगों को उपलब्ध होंगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बस अड्डे के साथ ही निगम की पुरानी कार्यशाला भी है, जिसका जीर्णोद्धार जल्द ही शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा प्रथम चरण में इस पर लगभग 24 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। कार्यशाला के जीर्णोद्धार से यहां पर कार्य करने वाले कर्मियों को कार्य करने में आसानी होगी।
एचआरटीसी को नई बुलंदियों पर ले जाने का है प्रयास
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि एचआरटीसी के इस वर्ष 50 साल पूर्ण होने जा रहे है। हमारा प्रयास निगम को नई बुलंदियों पर ले जाने का है और इसी दृष्टि से कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 50 वर्ष के अपने कार्यकाल में निगम ने प्रदेशवासियों को अपनी बहुमूल्य सेवाएं प्रदान की है। प्रदेश में रेलवे एवं हवाई सफर न होने के बावजूद आवागमन की सारी सुविधाएं एचआरटीसी ने लोगों को प्रदान की है। इस दृष्टि निगम की सेवाओं को प्रशंसा होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 50 वर्ष पूरे होने पर निगम द्वारा अपने सफर पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक तैयार की जा रही है जिसमे 50 वर्ष के सफर को अंकित किया जा रहा है। आगामी 2 अक्टूबर को 50वीं वर्षगांठ निगम द्वारा मनाई जाएगी, जिसमें निगम के सारे कर्मचारियों एवं पेंशनरों को शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह वर्षगांठ समारोह राजनैतिक एवं अधिकारियों का नहीं अपितु निगम के कर्मचारियों का होगा।
700 वाहन खरीदेगा निगम
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एचआरटीसी को बेड़े में 3000 से अधिक वाहन शामिल है और 9 साल से चल रही पुरानी बसों को बदला जा रहा है। उन्होंने कहा कि निगम जल्द ही 300 इलेक्ट्रिक एवं 300 डीजल बसों को जल्द ही खरीदने जा रहे है। इसके अतिरिक्त, एचआरटीसी के बेड़े में 24 वोल्वो बसें है और सभी वोल्वो बसों को भी बदला जाएगा, जिसके लिए बजट का प्रावधान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त 100 टेंपो ट्रेवलर भी खरीदी जायेंगी, जो तंग सड़कों पर अपनी सेवाएं देंगे।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लोगों को एचआरटीसी को देखने का नजरिया बदलना पड़ेगा। हिमाचल प्रदेश एक वेलफेयर स्टेट है जिसके तहत 27 कैटेगरी को एचआरटीसी रियायती सफर भी प्रदान करता है। इसके साथ-साथ एचआरटीसी के घाटे के रूट भी शामिल है। इस दृष्टि से एचआरटीसी को दूसरे ट्रांसपोर्टेशन से तुलना नहीं करनी चाहिए क्योंकि निगम की बसें वहां भी जाती है जहाँ कोई नहीं जाता।
निगम में भी लागू की ओल्ड पेंशन स्कीम
उन्होंने कहा कि हमने निगम में पुरानी पेंशन योजना को भी लागू किया है। इसके साथ-साथ कर्मचारियों एवं अधिकारियों को सारी सुविधाएं उपलब्ध करने के प्रयास सरकार द्वारा किये जा रहे है ताकि कर्मचारियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि इस माह निगम ने लगभग 70 करोड़ रुपए की कमाई की है। उन्होंने कहा कि पिछले 7 महीने से निगम के कर्मियों को महीने की पहली तारीख को तनखा मुहैया की जा रही है। आज प्रदेश के सभी कर्मचारियों को वेतन मिला है और एचआरटीसी के कर्मियों को भी वेतन मुहैया करने के आदेश दिए जा चुके है।
उन्होंने कहा कि निगम में 24×7 कार्य किया जाता है और इस स्थिति में हमारा प्रयास है कि दिन रात कार्य करने वाले लोगों को समय पर वेतन मिले।उन्होंने कहा कि एचआरटीसी धीरे-धीरे अच्छी स्थिति में आएगा और राहत की स्थिति में कर्मचारियों को अन्य भत्ते भी प्रदान किए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि निगम की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है ताकि हिमाचल वासियों के साथ-साथ निगम में कार्य कर रहे कर्मचारियों को उचित सुविधा उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर प्रबंध निदेशक एचआरटीसी रोहन चंद ठाकुर, अतिरिक्त निदेशक मुरारी लाल, महाप्रबंधक तकनीकी राज कुमार जरयाल, डीएम ट्रैफिक देवा सेन नेगी, डीएम शिमला पवन शर्मा, डीडीएम लोकल विनोद शर्मा, डीएम बीएसएमएनडीए मस्त राम मेहता, अधिशाषी अभियंता बीएसएमएनडीए मदन चौहान, आरएम ग्रामीण अंकुर वर्मा सहित अन्य अधिकारीगण एवं स्थानीय लोग उपस्थित रहे।