सीएमओ की अध्यक्षता में जोनल अस्पताल में बैठक आयोजित
धर्मशाला, 19 सितंबर। स्वास्थ्य एवम परिवार कल्याण विभाग द्वारा जोनल अस्पताल के मीटिंग हाल में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया । इसकी अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा राजेश गुलेरी ने कहा कि बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत के आंगनबाड़ी व स्कूल स्तर पर 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य जांच को लेकर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इस दौरान मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम बच्चों के जीवन की समग्र गुणवत्ता में सुधार लाने और समुदाय के सभी बच्चों को व्यापक देखभाल प्रदान करने का एक कार्यक्रम है। डॉ गुलेरी ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को बेहतर ढंग से कार्यान्वित करने लिए आंगनबाड़ी केंद्रों व स्कूलों में बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लक्ष्य को पूरा करने के लिए व्यापक योजना का प्रारूप तैयार करके किया जाना चाहिए जिससे प्रत्येक पात्र लाभार्थी इस कार्यक्रम का लाभ ले सके । डॉ गुलेरी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरबीएसके राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका लक्ष्य जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए 4 डी अर्थात जन्म के समय दोष, कमी, रोग, विकलांगता सहित विकास में देरी को कवर करने के लिए प्रारंभिक पहचान और प्रारंभिक हस्तक्षेप करना है। डॉ गुलेरी ने कहा कि कहा कि आरबीएसके के अंतर्गत आंगनबाड़ी व स्कूलों में स्वास्थ्य के साथ साथ रोग से जुड़ा उपचार व उससे जुड़ी आगामी जानकारी को भी सुनिश्चित बनाया जाना अति आवश्यक है । डॉ गुलेरी ने कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थय जांच के लिए जाने वाली एम एच टी को निर्देश दिए कि उपचार को लेकर आने वाली किसी भी समस्या को अधिकारियों के ध्यान मे लाएं । इस दौरान मोबाईल हैल्थ टीमों को रेबीज व स्नेक बाईट से जुड़े नए दिशनिर्देशों के बारे भी जानकारी दी गई । इस दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश सूद , कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनुराधा, डॉ चारू व एम एच टी का स्टाफ उपस्थित रहा ।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सुचारू कार्यान्वयन के दिए निर्देश
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