शिमला में कैथलीघाट से ढली फोरलेन निर्माण से सम्बंधित विभिन्न मुद्दों पर उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन शुक्रवार को किया गया।
उपायुक्त ने एनएचएआई और निर्माण कार्य कंपनी को निर्देश दिए है कि मौके पर अगर किसी मुद्दे का समाधान एक सप्ताह के भीतर नहीं हो पाता है, तो ऐसे मुद्दे तुरंत उपमंडलाधिकारी (ना.) शिमला ग्रामीण के ध्यान में लाना अनिवार्य होगा। उपायुक्त ने कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही प्रभावितों की समस्या के निराकरण के लिए कंपनी और एनएचएआई दोनों सक्रियता दिखाए।शिमला में कैथलीघाट से संजौली के ढली जंक्शन तक फोरलेन परियोजना का निर्माण कार्य दो पैकेज में पूर्ण होना है। इसमें कैथलीघाट से ढली तक पहला पैकेज तथा शकराल गांव से ढली जंक्शन तक द्वितीय पैकेज में निर्माण होगा।
बैठक में पुजारली गांव की ओर से वन अधिकार अधिनियम के तहत सर्टिफिकेट न मिलने वाले मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की गई। इस पर फैसला लिया गया कि इस सम्बन्ध में राजस्व विभाग विस्तृत रिपोर्ट देगा। वहीं प्रभावितों के साथ इस विषय को लेकर वार्ता की जाएगी।
शकराल से ढली पैकेज-2 के तहत डंपिंग साईट में मलबे के निस्तारण को लेकर स्थानीय लोगों के साथ जल्द ही वार्ता की जाएगी। वहीं
उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग को चलौठी
में निर्माणाधीन टनल से प्रभावित व्यक्ति के घर की वैटिंग रिपोर्ट तुरंत तैयार करने के निर्देश दिए।इस बैठक में कविता ठाकुर उपमंडलाधिकारी शिमला ग्रामीण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।