धर्मशाला, 11 अक्तूबर। अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की सहायता के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘गुड स्मार्टियंस’ नामक योजना आरंभ की गई है। इसमें सड़क दुर्घटना में पीड़ित को हादसे के तुरंत बाद शुरूआती एक घंटे के भीतर ‘गोल्डन आवर’ में अस्पताल पहुंचा कर उसकी जान बचाने का प्रयास करने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र तथा 5000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
शुक्रवार को एनआईसी सभागार में रोड सेफ्टी तथा गुड स्मार्टियन योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने कहा कि कांगड़ा जिला में गुड स्मार्टियन योजना के तहत तीन लोगों को पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। इसमें समकेड़ निवासी सरदार निक्का सिंह , धमेटा से सुभाष चंद तथा आइमा से सुरेश कुमार को पांच-पांच हजार का पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की इस योजना का मकसद लोगों को सड़क हादसों में घायलों की मदद करने और दुर्घटना में मृत्यु के मामलों में कमी लाना है।
अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने कहा कि येाजना के मुताबिक एक गुड स्मार्टियन (नेक मददगार) के रूप में एक व्यक्ति को एक साल में अधिकतम पांच बार पुरस्कार प्रदान किया जा सकता है। इस पुरस्कार के अलावा राष्ट्रीय स्तर पर 10 सबसे नेक मददगारों को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि योजना के तहत स्थानीय थाना पुलिस डाॅक्टरों के सत्यापन के साथ गुड स्मार्टियन का ब्यौरा लेगी तथा निर्धारित फाॅर्म भर कर जिला स्तरीय मूल्याकंन समिति को भेजेगी। जिलाधीश की अध्यक्षता में बनी यह समिति पुरस्कार की अनुशंसा करेगी। आरटीओ व समिति के सदस्य सचिव प्रदीप कुमार ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया
बैठक में पुलिस, स्वास्थ्य, परिवहन तथा सूचना जनसंपर्क विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
‘गुड स्मार्टियन: सड़क हादसों में घायलों की मदद करने वालों को नकद पुरस्कार
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