सुखु सरकार नई नौकरियों देने के बादे के साथ आई थी और सुखु सरकार पे अपने वादों पे खरे ना उतरने के विपक्ष के आरोपों से गुजरना पड़ रहा है और आज इसी कड़ी में एक और धमाका हो गया। आज बिजली बोर्ड के सीनियर लेवल के ऑफ़िसर्स के लगभग 57 पदों को निराशत कर दिया गया। इन पदों पे आसीन अधिकारियों के तवादले भी कर दिये गये हैं। बिजली की सब्सिडी बंद होने के बाद अब सुखु सरकार ने यह बिजली बोर्ड पे दूसरा कड़ा कदम उठाया है।
आज शाम को 5 बजे के आस पास यह ऑर्डर निकाले गये और उस के तुरंत बाद बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने अपनी नाराज़गी भी ज़ाहिर कर दी । इस नाराज़गी का ख़ामियाज़ा अब आम जनता सब से जायदा भुगतने वाली है क्योंकि अगर आप के इलाक़े की बिजली गई तो बिजली बोर्ड के कर्मचारी रशाम 6 बजे से सुबह 9 बजे तक आप का मोबाइल पे फ़ोन नहीं उठायेंगे और ना ही व्हाट्सएप पे किसी के ऑर्डर लेंगे। जो मीटरों के सत्यापन की जा रही थी वह भी ठप कर दी गई है। लैंडलाइन के कनेक्शन तो आपको पता ही है कि कितने चलते हैं तो अब जो आप अपने गाँव में बिजली जाने पे तुरंत मोबाइल फ़ोन घुमाने लग जाते थे वह अब नहीं चलेगा
अब यह देखना है कि बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को कोई राहत मिलती है या जनता को इमरजेंसी लाइटों को इस्तेमाल करने का समय मिलता है। वेसे भी शीत ऋतु का समय आ गया है और बिजली की खपत हिमाचल में इस समय में जायदा बड़ जाती है और प्रोडक्शन कम हो जाता है जिस से बिजली बाहर के राज्यों से ख़रीदना पड़ जाती है, उस पे अगर आप के हीटर और गीज़र बंद हो गये तो सोचिए क्या होगा।