पंचायतीराज विभाग ने बिझड़ी और धंगोटा में आयोजित किए जागरुकता कार्यक्रम
गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी समझाई विभाग की योजनाएं
बिझड़ी 24 अक्तूबर। किसी भी ग्राम पंचायत के चहुमुखी विकास में ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। यह योजना तैयार करते समय विकास के सभी पहलुओं को शामिल किया जाना चाहिए। वीरवार को ग्राम पंचायत बिझड़ी और ग्राम पंचायत धंगोटा में आयोजित जागरुकता कार्यक्रमों में जीपीडीपी और पंचायतीराज विभाग की कई अन्य योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई। इन कार्यक्रमों में आसपास की अन्य ग्राम पंचायतों सकरोह, जमली, महारल, बड़ाग्रां, बल्हविहाल, भैल, समताणा और दंदवीं के जनप्रतिनिधियों, सचिवों, ग्राम पंचायत योजना एवं सुविधा दल के सदस्यों और आम लोगों ने भी भाग लिया।
इस दौरान विभाग के मास्टर ट्रेनर कपिल कुमार ने बताया कि जीपीडीपी में सतत विकास के 17 लक्ष्यों का समावेश बहुत जरूरी है। जीपीडीपी तैयार करते समय इन 17 लक्ष्यों एवं इनसे संबंधित 9 विषयों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि पंचायत कार्यालय के पास ही कॉमन सर्विस सेंटरों के निर्माण के लिए राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत पांच लाख रुपये की धनराशि दी जाती है। इन सेंटरों में आम लोग कई तरह के दस्तावेज बड़ी आसानी से बनवा सकते हैं तथा कई अन्य ऑनलाइन सुविधाओं का भी लाभ उठा सकते हैं।
इन कार्यक्रमों के दौरान सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से संबद्ध नटराज कला मंच के लोक कलाकारों ने गीत-संगीत और लघु नाटक के माध्यम से लोगों को पंचायतीराज विभाग की योजनाओं से अवगत करवाया। स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों ने इन कार्यक्रमों के आयोजन के लिए पंचायतीराज विभाग का आभार व्यक्त किया।