0 0 lang="en-US"> बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के लिए गौशाला के लिए दिए जाने वाली मदद को किसानों के लिए भी प्रदान करने पर सरकार कर रही विचार - ग्रेटवे न्यूज नेटवर्क
Site icon ग्रेटवे न्यूज नेटवर्क

बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के लिए गौशाला के लिए दिए  जाने वाली मदद को  किसानों  के लिए भी  प्रदान करने पर सरकार कर रही विचार

Spread the Message
Read Time:4 Minute, 15 Second
 किसानों को आर्थिक तौर पर समृद्ध बनाने के लिए प्रदेश सरकार, बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के लिए जो सहायता राशि गौशाला संचालकों प्रति पशु 700 प्रतिमाह के हिसाब से दी जाती है उस राशि को  किसानों को भी  प्रदान करने के लिए सरकार विचार कर रही है।  यह बात आज कुल्लू के अखाड़ा सब्जी मंडी में आयोजित किसान मेला  के दौरान उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कृषि एवं पशुपालन  मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने कही।
उन्होंने कहा कि सरकार बेसहारा  पशुओं से किसानों की  फसलों को होने वाले नुकसान  का समाधान ढूंढने के लिए भी प्रयास कर रही है।  वर्तमान में पूरे प्रदेश पशुगणना  का कार्य चल रहा है। इस कार्य के पूर्ण होने के पश्चात  सरकार प्रयास करेगी कि  बेसहारा पशुओं से किसानों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि  कृषि भारतवर्ष का सबसे बड़ा व्यवसाय है । भारत के 70% लोग अपनी आर्थिक आवश्यकता   के लिए कृषि पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि  वर्तमान सरकार किसानों की आय में बढ़ावा देने के लिए  विभिन्न नीतियां लागू कर रही है जिसका उद्देश्य है कि किसानों की आर्थिक स्थिति में  सुधार हो तथा उनका आर्थिक पिछड़ापन दूर किया जा सके।
उन्होंने कहा इसके लिए सरकार गाय के दूध  का  मूल्य किसानों को 45 से ₹50 तथा भैंस के दूध का मूल्य 50 से 55 रुपए मिले इसके लिए प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक कृषि में किसानों को कम जोत में अधिक आए सृजित करने वाली फसलों पर जोर देना चाहिए  जिसके लिए जीरा, मेथी, सौंफ आदि  फसलों से अधिक आय  कमाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि गैर मौसमी सब्जियां उगा कर भी किसान अच्छा मुनाफा अर्जित कर सकते हैं क्योंकि बरसात के मौसम में सब्जियों की मांग पहाड़ी क्षेत्र के उत्पादन से ही पूरी होती है।
उन्होंने विश्वविद्यालय में कृषि क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान  कार्य को किसानों तक पहुंचाने पर भी बल दिया तथा प्रगतिशील किसानों के अनुभवों के साझा करने की बात भी कहीं।
इस अवसर पर उन्होंने कृषि एवं पशुपालन विभाग सहित विभिन्न कृषि उपकरण बनाने वाली कंपनियों की प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया। कृषि मंत्री ने सब्जी  मंडी परिसर में निर्मित स्टाफ के लिए नई आवासीय परिसर का भी उद्घाटन किया।
एपीएमसी के अध्यक्ष राम सिंह मियां ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू  के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार किसानों, बागवानों  तथा पशुपालकों की  आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए वचनबद्ध है।
इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि डॉक्टर सुशील शर्मा ने  स्वागत में अपना वक्तव्य  दिया। इस अवसर पर उपायुक्त तोरुल एस रवीश,  उपनिदेशक पशुपालन डॉक्टर राजेंद्र  पॉल, एपीएमसी के सचिव शगुन सूद,  परियोजना अधिकारी आत्मा डा रीतु  सहित कृषि तथा पशुपालन विभाग के  अधिकारी उपस्थित थे।
Happy
0 0 %
Sad
0 0 %
Excited
0 0 %
Sleepy
0 0 %
Angry
0 0 %
Surprise
0 0 %
Exit mobile version