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चंबा में उपायुक्त मुकेश रेपसवाल सहित लगभग 14 सौ लोगों का हुआ पंजीकरण,
आयुष के अनुसार लोगों का खान-पान, व्यायाम और चिकित्सा सलाह उपलब्ध करवाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा प्रकृति परीक्षण अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत जिला चंबा में 9 हजार लोगों का प्रकृति परीक्षण के लिए पंजीकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस कड़ी में 5 दिसंबर को उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल का प्रकृति प्रशिक्षण अभियान के तहत पंजीकरण किया गया।
अभियान के संबंध में जानकारी देते हुए जिला आयुष अधिकारी सुरेंद्र सुमन ने बताया कि जिला चंबा में अब तक लगभग 14 सौ लोगों का पंजीकरण किया जा चुका है। इस अभियान के तहत आम लोगों को अपने आसपास के आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर अपना पंजीकरण करवाना होगा। उसके पश्चात प्रकृति परीक्षण एप के माध्यम से ही उन्हें अपने शरीर की प्रकृति के बारे में पता लगेगा। जिला आयुष अधिकारी चंबा डॉक्टर सुरेन्द्र सुमन ने बताया कि इस अभियान का पहला चरण 26 नवंबर को शुरू हुआ है तथा यह 25 दिसंबर तक चलेगा। इस अभियान में देश भर में एक करोड़ से ज्यादा लोगों का प्रकृति परीक्षण किया जाएगा। इसके पश्चात उन्हें आयुष पद्धति से उपचार की जानकारी प्रदान की जाएगी। जिला आयुष अधिकारी ने बताया कि प्रकृति परीक्षण के लिए आम जनता को इस एप से जोड़ा जाएगा तथा क्यू आर कोड के माध्यम से आम लोगों की जानकारी भरी जाएगी। लोगों को उन्हें अपने शरीर और स्वास्थ्य संबंधी कुछ आसान सवालों का जवाब देना होगा। उसके पश्चात उक्त व्यक्ति की प्रकृति (कफ,वात, पित) ज्ञात हो जाती है तथा उसी के अनुसार संबंधित व्यक्ति को खान-पान और उपचार बारे जानकारी प्राप्त होती है।