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हिमाचल प्रदेश में चल रहे फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना, जायका चरण-दो , कुल्लू द्वारा दिनांक 06 दिसम्बर 2024 को जल बहाव सिंचाई योजना ब्यासर से मापक निर्माण हेतु ठेकेदार कामी शेर्पा को कृषक विकास संगठन ब्यासर से मापक के सदस्यों की उपस्थिति में सौंपी गई I
ठेकेदार ने योजना निर्माण अनुसूची कृषक विकास संगठन ब्यासर से मापक की उपस्थिति में खण्ड परियोजना प्रबंधन इकाई कुल्लू से निर्माण अभियंता भरत भूषण को सौंपी तथा ठेकेदार ने निर्माण अभियंता तथा कृषक विकास संगठन को आश्वस्त किया कि योजना का निर्माण कार्य दी गई अनुसूची के अनुसार तय समय पर पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाएगा I
इस उपलक्ष में खंड परियोजना प्रबंधन कार्यालय के अन्य अधिकारी, कनिष्ठ अभियंता मनमोहन सिंह, पर्यवेक्षक अश्वनी कुमार तथा कृषक विकास संगठन ब्यासर
से मापक के सचिव प्रकाश चंद व अन्य सदस्य मौजूद रहे I
से मापक के सचिव प्रकाश चंद व अन्य सदस्य मौजूद रहे I
फसल विविधीकरण परियोजना, कृषि के क्षेत्र में आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से फसल विविधीकरण, लघु सिंचाई सुविधाओं के विकास और सुधार, डेयरी, मधुमखी पालन, शीटाके मशरूम की खेती के माध्यम से आजीविका में सुधार, किसानों का सिंचाई एवं बाजार आधारित फसलोंत्पादन में क्षमता निर्माण आदि के क्षेत्र में कार्य कर रहा है I
परियोजना में कुल्लू तथा लाहौल में अब तक कुल मिलाकर 21 उप- परियोजनाओं का चयन किया गया है, जिसमें लघु सिंचाई विकास से किसानों के खेतों तक नियमित रूप से सिंचाई सुनिश्चित करवाना , कृषि प्रसार व विकास गतिविधियों को बढ़ावा देना , मूल्य शृंखला प्रबंधन व कृषि विपणन और संस्थागत विकास के क्षेत्र में कार्य किया जाएगा I
परियोजना में कुल्लू तथा लाहौल में अब तक कुल मिलाकर 21 उप- परियोजनाओं का चयन किया गया है, जिसमें लघु सिंचाई विकास से किसानों के खेतों तक नियमित रूप से सिंचाई सुनिश्चित करवाना , कृषि प्रसार व विकास गतिविधियों को बढ़ावा देना , मूल्य शृंखला प्रबंधन व कृषि विपणन और संस्थागत विकास के क्षेत्र में कार्य किया जाएगा I