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कुल्लू 09 दिसंबर 2024
“राशन कार्ड पर मिलता राशन यह तो होता आया है,क्या कार्ड पर मिलेगा पानी सोच के दिल घबराया है” समूह गीत की यह पंक्तियां पेयजल की लगातार होती कमी से भविष्य में होने वाली परेशानियों की तरफ ध्यान दिलाने की कोशिश कर रही है। जल शक्ति विभाग कुल्लू के जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के सौजन्य से जिला में चलाए जा रहे 10 दिवसीय जनजागरूकता अभियान के दूसरे चरण का आज भून्तर विकास खंड की मनिकर्ण व कसोल पंचायतों में हुए कार्यक्रमों के साथ आगाज हुआ। मन्नत कला मंच कुल्लू के कलाकारों ने ग्रामीणों को पेयजल की शुद्धता,स्वच्छता व इसके उचित रखरखाव, वर्षा जल संग्रहण, ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता समिति के कार्यों, गठन व इसके लाभोंआदि के बारे में जागरूक किया।
मंच के कलाकारों में खूब राम, अंजलि, डिम्पल, ने कुल्लवी नाटीयां, “पानी घटी नई लो जिंदगी” आदि गीतों से खूब मनोरंजन किया,
वहीं नवनीत भारद्वाज, इंदु, मान चंद, संजय ,अशोक,गोपाल, आदि ने कार्यक्रम में “जल ही जीवन है” नाटक के माध्यम से ग्रामीण को ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता समिति के कार्यों जिनमें पानी के सम्पूर्ण रख रखाव, पेयजल की स्वच्छता हेतु समय समय पर पानी की जांच करना ताकि जल जनित रोगों से बचाव हो, प्रकृतिक जल स्रोतों के सरंक्षण व संवर्धन बारे विस्तृत जानकारियां दी। इन कार्यक्रमों में विभाग की ओर से विकास खंड समन्वयक दीपक कुमार,कसोल पंचायत के उपप्रधान टैहल सिंह, वार्ड पंच व मनिकर्ण पंचायत के उपप्रधान चेत राम,वार्ड पंच सुनील दत्त ने अपनी सहभागिता दी वहीं आम जनमानस ने भी कार्यक्रमों के प्रति अपनी जिज्ञासा दिखाई।
शाट के सहायक अभियंता ललित ठाकुर ने कार्यक्रमों सम्बंधित जानकारी देते हुए बताया कि जल जीवन मिशन के तहत जिले की सभी पंचायतों में ग्रामीण पेयजल स्वच्छता कमेटीयों का गठन किया गया है उन्होंने बताया कि पानी की जांच हेतु पंचायत के हर गांव की पांच महिलाओं को विभाग द्वारा पेयजल की गुणवत्ता की जांच करने के लिए प्रशिक्षण के साथ साथ जल जांच किटें भी दी जा रही है ताकि ये महिलाएं गांव में पेयजल की समय समय पर जांच कर सके,ये जांच 10 मानकों पर की जाती है, इससे अधिक जांच हेतू जिले में प्रयोगशाला स्थापित की गई है जहां आम लोग भी उन्हें मिलने वाले पेयजल की गुणवत्ता की न्यूनतम दरों पर जांच कर सकते हैं ।