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कुल्लू 21 दिसम्बर
नेशनल एक्शन प्लान ऑन ड्रग डिमांड रिडक्शन’ कार्यक्रम के अंतर्गत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के जिला कल्याण विभाग कुल्लू द्वारा आज जिला के शालंग,गड़सा व कसोल में नशीले पदार्थों व मादक द्रव्यों के खिलाफ एक जनजागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें मन्नत कला मंच कुल्लू के कलाकारों ने गीत, संगीत व नाटक के माध्यम से उपस्थित लोगों का मनोरंजन करते हुए नशे की बुराइयों,इसके दुष्प्रभावों व नशा विरोधी कानूनों के बारे विस्तृत जानकारी दी।
आज हुए कार्यक्रमों में मंच के कलाकार,नवनीत भारद्वाज,मानचंद,खूब राम,गोपाल, बलबीर,अशोक, डिंपल,चंपा,शीतल द्वारा समूहगीत,’गांव गांव शहर शहर में यह अभियान चलाना है,छोड़ नशे की बुरी आदतें, सब को यह समझाना है’लोकगीत,’छोड़ी दे मेरे सजना शराबो रा नशा’ साथ ही नुक्कड़ नाटक,’ नशे को छोड़ जिंदगी की ओर’ के द्वारा समाज में फैल रहे आधुनिक नशे जिनमें हीरोइन, चिट्टा,ब्राउन शुगर,आदि के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।कार्यक्रम में विभाग की ओर से गड़सा पंचायत प्रधान गंभीर सिंह,कसोल के उपप्रधान टहल सिंह,वार्ड पंच रीना देवी,प्रिया कुमारी,बबीता,महिला मंडल,युवक मंडल व व्यापार मंडल के सदस्य भी शामिल रहे।
जिला कल्याण अधिकारी कुल्लू गिरधारी लाल शर्मा ने कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि नशा आज एक गंभीर सामाजिक बुराई का रूप धारण कर चुकी है। युवा वर्ग नशे की चपेट में आकर अपना मानसिक संतुलन खो बैठता है और जघन्य अपराधों को अंजाम दे देता है,हमें इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। भारत में प्रतिवर्ष 8 से 9 लाख लोगों की तंबाकू के सेवन से मौत हो जाती हैं,तंबाकू के धुएं में 4000 हानिकारक व जहरीले रसायन होते हैं जिनमें निकाटिन, टार, और कार्बन मोनोऑक्साइड सबसे हानिकारक है। उन्होंने बताया कि तंबाकू के सेवन से मुंह, फेफड़े व आंत के कैंसर का खतरा बढ़ जाता हैं,ये दिल के दौरे व सांस की बीमारी का भी कारण बन जाता हैं। उन्होंने लोगों से नशे को छोड़ने का आवाहन किया,इस हेतु जिला में विभाग द्वारा नशा निवारण केंद्र स्थापित किये गए हैं, नशा छोड़ने के लिए इनकी सेवाएं ली जा सकती हैं।