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“धर्मशाला: हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र की ऐतिहासिक समाप्ति, उत्पादकता 106% रही – अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया”

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धर्मशाला:  आज सत्र समाप्ति के बाद मिडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने कहा कि आज हि0 प्र0 की चौदहवीं विधान सभा का  सप्तम सत्र अपेक्षा अनुरूप सम्पन्न हुआ है। इस शीतकालीन सत्र का शुभारम्भ 18 दिसम्बर को हुआ तथा 21 दिसम्बर को सम्पन्न हुआ। इस सत्र में कुल 4 बैठकों का आयोजन किया गया जिसकी कार्यवाही लगभग 21:20  घण्टे तक चली जिसकी उत्पादकता 106प्रतिशत रही। इसमें सत्ता पक्ष 9:30घण्टे तथा प्रतिपक्ष ने 8:30 घण्टे सार्थक चर्चा की ।

उन्होने कहा कि इस सत्र में कुल 4 बैठकें आयोजित की गई तथा 20 दिसम्बर का दिन गैर सरकारी  सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित था जिस पर माननीय सदस्यों द्वारा नियम 101 के अन्तर्गत 3 गैर- सरकारी संकल्प प्रस्तुत किए गए जिसमें से एक संकल्प माननीय सदस्यों द्वारा वापिस  लिया गया और एक संकल्प सदन में प्रस्तुत हुआ व चर्चा आगामी सत्र में की जाएगी तथा एक संकल्प पर समय के अभाव के कारण चर्चा नहीं हो सकी। यह सत्र विधान सभा के इतिहास का ऐतिहासिक एवं अविस्मरणीय सत्र रहा है। 18 दिसम्बर को सत्र के प्रथम दिन राष्ट्रीय ई- विधान ऐप्लिकेशन (नेवा) का शुभारम्भ किया गया जिसके दूरगामी परिणाम होंगे। इस सत्र से ऐतिहासिक शून्य काल का भी आरम्भ हुआ है जिसका पहला  प्रश्न सदन में लाहौल – स्पिति की महिला विधायक सूश्री अनुराधा राणा द्वारा पूछा गया। शून्य काल में कुल 26 विषयों को उजागर किया गया।

उन्होने कहा कि इस सत्र के दौरान  कुल 188 तारांकित  तथा 55 अतारांकित  प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए। सत्र के दौरान  नियम 61 के अन्तर्गत 2, नियम 62 के तहत 3 विषय पर विस्तृत चर्चा की गई तथा माननीय सदस्यों ने बहुमुल्य सुझाव दिए। नियम 102 के तहत   1 सरकारी संकल्प को भी सदन में पारित किया गया जिसे आगामी कार्रवाई हेतु विभाग को प्रेषित किया गया है। नियम 130 के तहत 2 विषय चर्चा हेतु निर्धारित थे जिस पर माननीय सदस्यों ने सार्थक चर्चा की। इसके अतिरिक्त 14 सरकारी विधेयकों को भी सभा में पूर: स्थापित एवं चर्चा उपरान्त पारित किया गया।

पठानियां ने कहा कि लोक लेखा समिति द्वारा की गई सिफारिशों के अनुरूप वित्तिय वर्ष  2014-2015, 2015-2016,2016-2017,2017-2018,2018-2019,2019-2020 व 2020-2021 के लिए अनुदानों तथा विनियोगों पर आधारित मांगो पर विवरण भी सदन में प्रस्तुत किए गए। नियम 324 के अन्तर्गत विशेष उल्लेख के माध्यम से 6 विषय सभा में उठाए गए तथा सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में माननीय सदस्यों को वस्तुत: स्थिती से अवगत करवाया गया। सभा की समितियों के 26 प्रतिवेदन भी सभा में उप स्थापित किए गए। इसके अतिरिक्त माननीय मन्त्रियों द्वारा अपने – अपने विभागों से सम्बन्धित दस्तावेज भी सभा पटल पर रखे गए तथा महत्वपूर्ण वक्तव्य भी दिए गए।

उन्होने कहा कि इस कैलेण्डर वर्ष में हम 27 बैठकें पूरी कर चुके हैं। पिछले सत्र में 11 बैठकों का आयोजन किया गया था जिसकी कार्यवाही 53 घण्टे चली थी तथा उत्पादकता 96 प्रतिशत रही थी तथा 1215 सूचनाएँ माननीय सदस्यों से प्रश्नों के माध्यम से प्राप्त हुई थी। उन्होने कहा कि शीतकालीन सत्र को देखने के लिए 1020 बच्चों ने आवेदन किया था जिन्हें पास जारी कर सत्र की कार्यवाही देखने का अवसर प्रदान किया गया।

पठानियां ने कहा कि भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक का प्रतिवेदन वर्ष 2022-2023 के लिए राज्य के वित्त पर प्रतिवेदन (वर्ष 2024 का प्रतिवेदन संख्या – 1) (राज्य वित्त लेखापरीक्षा प्रतिवेदन) हिमाचल प्रदेश सरकार तथा भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक का सार्वजनिक स्वास्थ्य अवसंरचना एवं स्वास्थ्य सेवाओं  के प्रबन्धन पर निष्पादन लेखापरीक्षा प्रतिवेदन (वर्ष 2024 का प्रतिवेदन संख्या – 2)हिमाचल प्रदेश सरकार भी सभा पटल पर रखे गए।

उन्होने कहा कि सत्र के दौरान उनका भरसक प्रयास रहा कि सत्र की कार्यवाही सौहार्दपूर्ण वातावरण में चले। जिसके लिए उन्होने सदन के नेता माननीय मुख्य मंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू व नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर का धन्यवाद किया जिनकी वजह से इस माननीय सदन की कार्यवाही को वह सुचारू रूप से संचालित कर पाए। उन्होने माननीय उपमुख्य मंत्री तथा ससंदीय कार्यमंत्री का भी धन्यवाद किया जिन्होने सदन में दोनों पक्षों के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखा।

उन्होने माननीय उपाध्यक्ष तथा सभापति तालिका के सदस्यों का जिन्होने कार्यवाही के संचालन में बहुमुल्य सहयोग दिया का भी धन्यवाद किया । उन्होने समस्त मंत्री मण्डल के सदस्यों तथा उप मुख्य सचेतक का भी धन्यवाद किया। उन्होने माननीय  सदन के समस्त सदस्यों के प्रति भी आभार प्रकट किया जिन्होने  इस सदन की समय सीमाओं और नियमों का पालन करते हुए अपने- अपने निर्वाचन क्षेत्र तथा प्रदेश के विषयों  को सदन में उठाया। उन्होने विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा हि0प्र0 सरकार के सभी अधिकारियों एवं  कर्मचारियों का भी धन्यवाद किया जिन्होने इस सत्र के लिए दिन – रात कार्य कर इस सत्र से सम्बन्धित कार्य को समयवद्व तरीके से निपटाने में पूर्ण सहयोग दिया। उन्होने काँगड़ा जिला प्रशासन तथा हि0प्र0 पर्यटन निगम के कर्मचारियों का भी धन्यवाद किया जिन्होने समय पर सभी को भोजन उपलब्ध करवाया।

पठानियां ने अन्त में  प्रिंट एवं इलैक्ट्रॉनिक मिडिया के सभी पत्रकार मित्रों का भी धन्यवाद किया जिन्होने विधान सभा की कार्यवाही को प्रदेश के जन- जन तक पहुँचाने में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होने अपनी ओर से प्रदेश तथा देशवासियों को क्रिसमस तथा नव वर्ष की अग्रिम बधाई दी तथा सभी के सुखद जीवन की कामना की।

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