हमीरपुर 24 दिसंबर। महिला एवं बाल विकास विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत गठित हमीरपुर की खंड स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक मंगलवार को एसडीएम संजीत सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाल विकास परियोजना हमीरपुर और टौणीदेवी के अंतर्गत कुल 431 आंगनवाड़ी केंद्रों में 6 माह से लेकर 6 वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पूरक पोषाहार तथा अन्य सभी सुविधाओं जैसे प्रतिरक्षण, अनौपचारिक शालापूर्व शिक्षा, स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श में किसी भी तरह की कमी नहीं रहनी चाहिए।
बेटी है अनमोल योजना के तहत इस वित्त वर्ष में अभी तक उपमंडल की 834 बेटियों को 16.03 लाख रुपये वितरित किए जा चुके हैं। इसी दौरान मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की 17 लाभार्थियांे को 8.67 लाख रुपये, शगुन योजना की 54 लाभार्थियों को 16.74 लाख, विधवा पुनर्विवाह योजना की 9 लाभार्थियों को 9.25 लाख, मदर टेरेसा आश्रय मातृ संबल योजना के अंतर्गत 99 महिलाओं एवं उनके 133 बच्चों को 5.67 लाख और प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना की 1796 लाभार्थियों को 62.98 लाख की राशि प्रदान की गई है। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सुख शिक्षा योजना के लिए 475 लाभार्थियों की पहचान करके उन्हें पात्रता प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं।
एसडीएम ने सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के भवनों की स्थिति और इनमें शौचालय, बिजली, पानी तथा अन्य आवश्यक सुविधाओं की समीक्षा भी की। उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत अधिक से अधिक जागरुकता गतिविधियों के आयोजन पर जोर दिया, ताकि लड़का-लड़की में भेदभाव को समाप्त किया जा सके तथा लिंगानुपात में सुधार किया जा सके। पोषण अभियान की समीक्षा करते हुए एसडीएम ने कहा कि 5 वर्ष तक के बच्चों की जांच के दौरान हमीरपुर और टौणी देवी के कुल 38 बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित पाए गए हैं। इनके उपचार एवं पोषण पर विशेष रूप से फोकस किया जाना चाहिए।
बैठक में अन्य योजनाओं, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम-2005 के मामलों और बाल अधिकार से संबंधित सभी अधिनियमों की अनुपालना पर भी व्यापक चर्चा की गई। इस अवसर पर टौणीदेवी के सीडीपीओ कुलदीप सिंह चौहान और हमीरपुर के संजय गर्ग ने सभी योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।
एसडीएम ने की महिला एवं बाल विकास योजनाओं की समीक्षा
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