सडक़ों, नालियों की सफाई से खुश नहीं जनतानगर निगम बनने के बाद मंडी का स्वच्छता के मामले में खराब प्रदर्शन जारी है। 2022 के स्वच्छ सर्वेक्षण में तो जनता ने नगर निगम की साफ सफाई की व्यवस्था को लेकर काफी नाराजगी जताते हुए खराब अंक दिए हैं। नगर निगम मंडी के तहत सडक़ों, शौचालयों और नालियों की स्वच्छता के मामले में बुरी हालत है और इससे जनता भी खुश नहीं है। 2022 स्वच्छता सर्वेक्षण के आंकड़ों से यह बात सामने आई है। सार्वजनिक शौचालयों की तो बदत्तर हालत सर्वेक्षण में दिखाई गई। वहीं रैकिंग के मामले में भी छोटी काशी मंडी इस बार और अधिक पिछड़ गई है। प्रदेश में पहले एक नंबर पर रहने वाला मंडी शहर स्टेट में अब पांचवें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि जोनल रैकिंग में इस बार मंडी को 192 स्थान मिला है। पिछले वर्ष मंडी को जोनल रैकिंग में 155वां रैंक मिला था। इस बार रैकिंग में 37 नंबर की कमी आई है। 2020 में मंडी को इस मामले में 172 स्थान था। अब जारी हुए विस्तृत आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो मंडी की स्वच्छता रैकिंग कूड़े-कर्कट से भरी सडक़ों, खस्ताहाल व बदबूदार शौचालयों और गंदगी से भरी नालियों की वजह से सबसे अधिक गिरी है।
सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई के मामले में 25 प्रतिशत से भी कम का प्रतिशत मंडी नगर निगम को मिला है। इसी तरह से गली मोहल्लों व बाजारों की नालियों में भी यह प्रतिशत आया है। सडक़ों व रास्तों की साफ सफाई में नगर निगम मंडी को 25 से 50 प्रतिशत के बीच अंक मिले हैं। लोगों की शिकायतों को सुनने और उन पर अमल करने के मामले में भी नगर निगम मंडी की स्थिति स्वच्छता सर्वेक्षण में 50 प्रतिशत से कम हैं। हालांकि बाजारों की सफाई में नगर निगम मंडी को स्वच्छता सर्वेक्षण में पूरे नंबर मिले हैं। डोरटूडोर गारबेज कुलेक्शन व सेग्रीगेशन, शहर को सुंदर बनाने, आवासीय क्षेत्रों में रोजाना की सफाई और कूड़े के खुले में लगे ढेरों के मामले में नगर निगम मंडी की कार्यप्रणाली को सवेक्षण में भाग लेने वाले लोगों से 75 प्रतिशत तक ने सही बताया है। ग्रामीण क्षेत्रों की सफाई और प्राकतिक पेयजल स्रोतों की सफाई के मामले में भी लोगों ने नगर निगम मंडी को 75 से 90 प्रतिशत अंक दिए हैं। नगर निगम मंडी के साथ ही 15 हजार की आबादी वाले शहरी निकायों में नगर पंचायत करसोग को 419 रैकिंग, सरकाघाट को 393, सुंदरनगर को 252 और जोगिंद्रनगर को 303 रैकिंग मिली है।
http://dhunt.in/CDrnx?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “Divya Himachal”