हिमाचल चुनावों से पहले कांग्रेस को एक और झटका, सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने दिया इस्तीफा।चूनावी मौसम में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. इस साल के अंत में हिमाचल और गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में हिमाचल के एक और नेता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।.हिमाचल की मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. आश्रय शर्मा ने पार्टी तो छोड़ी, साथ ही जाते-जाते उन्होंने न सिर्फ कांग्रेस पर कई आरोप लगाए बल्कि ये भी कहा कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय पार्टी ना रहकर प्राइवेट लिमिटेड फर्म बन चुकी है, जिसमें मां ही सांसद है, मां ही अध्यक्ष है और सुपुत्र विधायक है व सभी संगठनों के प्रभारी है.
‘कांग्रेस में भी वही हुआ जो…’
बता दें कि आश्रय शर्मा स्वर्गीय पंडित सुखराम के पोते व मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा के बेटे हैं. मंडी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आश्रय शर्मा ने कहा कि नैतिकता के आधार पर मैंने जब चुनाव लड़ा था तब अनिल शर्मा से किसी ने उनका इस्तीफा नही मांगा था. लेकिन उन्होंने नैतिकता के आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा दिया था, इसलिए मैंने भी फैसला लिया है कि मैं भी अपने पदों से इस्तीफा दूं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को विश्वास दिलाया था कि पिछले समय में कांग्रेस पार्टी में आपके साथ जो हुआ वो मैं भविष्य में नहीं होने दूंगा लेकिन कांग्रेस पार्टी में आके भी वही बातें हुईं जो पहले होती थीं.
2019 में ऐसे हुआ धोखा
आश्रय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय पार्टी ना रहकर प्राइवेट लिमिटेड फर्म बन चुकी है. जिसमें मां ही सांसद है, मां ही अध्यक्ष है और सुपुत्र विधायक हैं और सभी संगठनों के प्रभारी हैं. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा का चुनाव कांग्रेस पार्टी से लड़ा और उस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने दिल्ली में प्रचार का विश्वास दिलाया था लेकिन नामांकन से दो दिन पहले वो मुकर गए और कहा कि अगर मांगों को पूरा नही किया तो ना ही वे नामांकन में आएंगें और ना ही किसी के लिए प्रचार करेगें, और उनकी मांगें माननी पड़ीं.
कांग्रेस के दावों की खोली पोल
इतना ही नहीं आश्रय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में टिकटों की खरीद फरोख्त चल रही है. 10 गारंटियों पर बोलते हुए आश्रय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस कहती है कि ओपीएस को बहाल करेंगे, जो मात्र एक छलावा है. क्योकि केंद्र की मदद के बिना ओपीएस बहाल नहीं होगी. महिलाओं को भत्ता देने पर आश्रय शर्मा ने कहा कि जो राज्य पहले से ही कर्जे में डूबा हो वो कैसे महिलाओं का भत्ता दे पाएंगे.
अब भाजपा के लिए ही काम करेंगे पिता-बेटे
बता दें कि हाल ही में मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा ने पत्रकार वार्ता में कहा था कि मैं और मेरा पूरा परिवार अब भाजपा के साथ है. उन्होंने ये भी कहा था कि आश्रय शर्मा भी भाजपा का ही सहयोग करेंगे. बहरहाल आज आश्रय शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है और सोनिया गांधी को इस्तीफा भी भेज दिया है. अब पिता और पुत्र दोनों ही भाजपा के लिए काम करेगें. आश्रय शर्मा मंडी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं.
http://dhunt.in/CXIvO?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “आज तक”