मोदी सरकार ने 2167.72 करोड़ रुपये की लागत से हिमाचल में पांच बाढ़ सुरक्षा परियोजनाओं को दी मंजूरी- अनुराग ठाकुर।हिमाचल प्रदेश में 2167.72 करोड़ रुपये की लागत से पांच बाढ़ सुरक्षा परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के सचिव की अध्यक्षता में सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण एवं बहुउद्देशीय परियोजना सलाहकार समिति की 150वीं बैठक के बाद सुकेती खड्ड, स्वां नदी एवं सीर खड्ड में बाढ़ संरक्षण परियोजनाओं सहित फिना सिंह बहुउद्देशीय परियोजना तथा अन्य विभिन्न खड्डों के लिए बाढ़ संरक्षण परियोजना को मंजूरी दी गई है।शुक्रवार को केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग ठाकुर ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा हिमाचल प्रदेश में लगभग 2167.72 करोड़ रुपये की लागत से पांच बाढ़ सुरक्षा परियोजनाओं को मंजूरी मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत का हार्दिक आभार प्रकट किया है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश को सदैव अपना दूसरा घर माना है और प्रदेश की आवश्यकतानुसार हर ज़रूरी परियोजनाओं को मंज़ूरी दी है। पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में दैवीय आपदा के चलते हर बरसातों में बाढ़ आम बात है जिसके चलते हर साल काफ़ी जान-माल का नुक़सान होता है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय द्वारा हिमाचल में पाँच में से तीन बाढ़ सुरक्षा परियोजनाएं मेरे अपने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में मंज़ूर की गई हैं। फिना सिंह बहुउद्देशीय परियोजना 643.68 करोड़ रुपये की लागत से 1.88 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगी। मण्डी जिले में ब्यास जलग्रहण क्षेत्र के अंतर्गत सुकेती खड्ड नदी के साथ-साथ उसकी सहायक नदियों पर बाढ़ सुरक्षा उपाय और नहर निर्माण परियोजना शुरू की जानी है। इस परियोजना से 41 हजार से अधिक लोगों को लाभ होगा और 881 हेक्टेयर क्षेत्र संरक्षित होगा। इस परियोजना पर कुल 485.23 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
इसी प्रकार, ऊना जिले की अम्ब तहसील में स्वां नदी और उसकी सहायक नदियों के लिए बाढ़ सुरक्षा उपाय प्रदान करने की परियोजना शुरू की जाएगी। इस परियोजना से 14 हजार से अधिक लोगों को लाभ होगा और 510 हेक्टेयर क्षेत्र संरक्षित होगा। परियोजनाओं पर 339.25 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। तीसरी परियोजना बाढ़ सुरक्षा और विभिन्न खड्डों के लिए कटाव रोकने के उपाय हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में किए जाएंगे तथा इससे 23 हजार से अधिक लोगों को लाभ होगा और 811 हेक्टेयर क्षेत्र संरक्षित होगा। इस परियोजना पर 504.07 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
अंत में, सीर खड्ड पर बाढ़ सुरक्षा कार्यों पर 195.49 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है और इसे बिलासपुर जिले के घुमारवीं तहसील के तलवारा गांव से बालघाट तक किया जाएगा। इस परियोजना से 14 हजार से अधिक लोगों को लाभ होगा और 179 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र संरक्षित होगा।
http://dhunt.in/CXy11?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “हिन्दुस्थान समाचार”