0 0 lang="en-US"> सदर हल्के में सभी ईवीएम मास्टर ट्रेनरों को किया प्रशिक्षित, मास्टर ट्रेनर ईवीएम की जांच व तैयार करना सुनिश्चित बनाएं- रितिका जिंदल - ग्रेटवे न्यूज नेटवर्क
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सदर हल्के में सभी ईवीएम मास्टर ट्रेनरों को किया प्रशिक्षित, मास्टर ट्रेनर ईवीएम की जांच व तैयार करना सुनिश्चित बनाएं- रितिका जिंदल

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मंडी, 14 अक्तूबर। आगामी विधानसभा चुनाव-2022 के मद्देनजर मंडी जिले के सदर हल्के में निर्वाचन की तैयारियों को लेकर कवायद तेज हो गई है। निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम सदर रितिका जिंदल ने शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय के समिति हॉल में विविध विभागों के ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित करने के लिए एक बैठक आयोजित की।
एसडीएम ने ईवीएम मास्टर ट्रेनरों को ईवीएम में मॉक पोल, बैलट यूनिट से वीवीपैट व कंट्रोल यूनिट से जोड़ने की विधि, बैलेट यूनिट में मास्किंग, चुनाव चिन्ह, पेपर सील, मतदान से पहले सभी राजनीतिक दलों समेत पोलिंग पार्टी आदि के गुलाबी रील पर हस्ताक्षर, वोट डालने आदि संबंधी तमाम जानकारियां दीं।
रितिका जिंदल ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने ईवीएम में अधिकतम 2000 मत दर्ज करने की सुविधा रखी है। वीवीपैट एम-3 ईवीएम में 24 बैटिंग इकाइयों को जोड़कर नोटा सहित अधिकतम 16 अभ्यर्थियों के लिए निर्वाचन कराने की सुविधा होती है।
रितिका ने बताया कि मतदान केंद्र में ईवीएम खराब होने की स्थिति में नई ईवीएम के साथ बदली जाएंगी। ईवीएम खराब होने पर उस समय तक दर्ज हुए मत कंट्रोल यूनिट की मेमोरी में सुरक्षित रहेंगे और खराब ईवीएम को नए ईवीएम से बदलने के बाद मतदान प्रक्रिया को जारी रखा जाएगा।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वोटर वेरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से जुड़ी एक स्वतंत्र प्रणाली होती है जो मतदाता को उसकी इच्छा के अनुरूप मत डालने की अनुमति देती है। मतदान के समय अभ्यर्थी के नाम, क्रम संख्या और प्रतीक वाली एक पर्ची मुद्रित होती है और 7 सेकंड के लिए वीवीपीएटी में एक पारदर्शी खिड़की के जरिए दिखाई देती है, मुद्रित पर्ची स्वचालित रूप से कटकर वीवीपीएटी के सीलबंद ड्रॉप बॉक्स में गिर जाती है।
गौरतलब हो कि ईवीएम के जरिए मतदान करना पारंपरिक प्रणाली की तुलना में कहीं अधिक सरल और सुगम्य है। इसमें मतदाता को मतपत्र के बजाए ईवीएम के जरिए अपनी पसंद के अभ्यर्थी और प्रतीक चिन्ह के सामने बैलट यूनिट पर सिर्फ नीला बटन दबाना होता है और मत दर्ज हो जाता है।
रितिका जिंदल ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होते ही संबंधित चुनाव समितियों के ईवीएम मास्टर ट्रेनर ईवीएम मशीनों की पूरी जांच करने के बाद पोलिंग बूथ वाइज मशीनों को तैयार करना सुनिश्चित बनाएं।
बैठक में परिवीक्षाधीन भा.प्र.से. विजय वर्धन, नायब तहसीलदार विजय कुमार शर्मा, कानूनगो नवीन ठाकुर व नीलम सहित विविध विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
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