उपायुक्त ने जानकारी देते हुए कहा कि तीनों मंदिरों की अपनी कोई भी वेबसाइट नहीं है। ऐसे में श्रद्धालुओं को मंदिर के बारे सारी जानकारी एक मंच पर नहीं मिल पाती है। मंदिर की बेवसाईट, मंदिर की आय व्यय, विकासात्मक कार्य, इतिहास से जुड़ी, भंडारा बुकिंग, दान सुविधा आदि कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होगी।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि मंदिर हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। इन्हें सहेजने और सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन हमेशा प्रयासरत है। मंदिरों में श्रद्धालुओं को बेहतर और अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। शहर में तीनों मंदिरों में टौर के पत्तल में भंडारा वितरित करने की प्रथा से पर्यावरण के हित में बहुत बड़ा मिसाल साबित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र में सक्रिय स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को पत्तल बनाने से रोजगार घर बैठे मिल रहा है। वहीं लोगों को औषधीय गुणों से भरपूर पत्तलों पर भंडारा खाने को मिल रहा है।
उपायुक्त ने कहा कि अगले सप्ताह शहर के तीनों मंदिर परिसर में निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान विकास कार्यों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। न्यास के सदस्य इस दौरान विशेष तौर पर मौजूद रहेंगे।
बैठक में एसडीएम शहरी भानु गुप्ता, एसडीएम ग्रामीण कविता ठाकुर सहित तीनों मंदिर न्यासों के गैर सरकारी सदस्य विशेष तौर पर मौजूद रहे।
जाखू में टौर के पत्तल पर मिलेगा अब भंडारा
श्री हनुमान मंदिर जाखू न्यास की बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त ने की। इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि मंदिर में होने वाले भंडारे का वितरण स्टील की थालियांें की बजाय टौर की पत्तल में किया जाएगा। जिला प्रशासन पहले ही तारा देवी मंदिर और संकटमोचन में ये सुविधा आरंभ कर चुका है। ऐसे में अब जाखू मंदिर तीसरा मंदिर बनने जा रहा है कि जोकि इको फ्रेंडली व्यवस्था शुरू कर रहा है। जाखू मंदिर में टौर की पतल मुहैया करवाने का जिम्मा सक्षम स्वयं सहायता समूह को दिया गया है।
जाखू मंदिर न्यास की बैठक में निर्णय लिया गया है कि मंदिर के भीतर मर्यादित वस्त्र धारण कर के ही श्रद्धालु दर्शनों के लिए आए। इस बारे में मंदिर परिसर में जगह जगह होर्डिंग लगाए जाएंगे। न्यास के सदस्यों ने उक्त सुझाव रखा था, जिस पर सभी ने अपनी सहमति जताई ।
साल दर साल जाखू मंदिर में बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या के चलते और पिछले लंबे से समय से मुख्य मंदिर के आसपास विस्तारीकरण को लेकर जिलाधीश अनुपम कश्यप अगले सप्ताह मंदिर का दौरा करेंगे। इस दौरान मंदिर के विस्तारीकरण के लेकर संभावनाएं तलाशी जाएंगी। इसके अलावा मंदिर परिसर में अन्य विकास कार्यों को लेकर भी निरीक्षण किया जाएगा। दौरे के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ मंदिर न्यास सदस्य मौजूद रहे।
जाखू मंदिर न्यास की बैठक में निर्णय लिया गया है कि श्रद्धालुओं की ओर से चढ़ाएं जाने वाले चमेली के तेल और सिंधुर को वापिस श्रद्धालुओं को दिया जाएगा। असल में अभी तक श्रद्धालु तेल और सिंधुर मंदिर में चढ़ा देते है। ऐसे में न्यास ने निर्णय लिया है कि श्रद्धालुओं की ओर से तेल और सिंदूर का कुछ हिस्सा ही चढ़ाया जाएगा और शेष संबधित श्रद्धालु को वापिस किया जाएगा। वहीं इसके साथ मंदिर पुजारियों की पदों को भरने के बारे में प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। मंदिर में एक जनवरी से 30 अगस्त 2024 तक कुल 1 करोड़ 99 लाख 47 हजार 571 रूपये की कमाई हुई है। जबकि अभी तक 79 लाख 66 हजार 423 रूपए खर्च किए जा चुके है। मंदिर के विभिन्न बैंकों के बचत खाते में 3 करोड़ 55 लाख 53 हजार 75 रूपए है।
श्री संकट मोचन मंदिर न्यास
श्री संकट मोचन मंदिर न्यास की बैठक में कई फैसले लिए गए। मंदिर में पुजारी की नियुक्ति का प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा वहीं पुलिस की तैनाती मंदिर परिसर में की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सके। मंदिर परिसर में नया जूता घर बनाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही भूमि चयनित की जाएगी। मंदिर में मरम्मत कार्य और अन्य सौंदर्यीकरण से जुड़े मामलों को फैसला अगले सप्ताह जिलाधीश के मंदिर परिसर के दौरे के दौरान किया जाएगा। इसमें मंदिर परिसर पर बनी पार्किंग की आय को लेकर नगर निगम के साथ हिस्सेदारी लेकर आगामी बैठक में निर्णय लिया जाएगा। मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार को मरम्मत और निर्माण कार्य मान्यता प्राप्त संस्था से करवाया जाएगा।
श्री तारा देवी मंदिर न्यास की बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में संपन्न हुई । इसमें मुख्य मंदिर में पानी की लीकेज एवं छत से पानी के रिसाव को रोकने के लिए मरम्मत कार्य को मंजूरी दी गई । इसके लिए विशेषज्ञों की मदद से कार्य को अमलीजामा पहनाया जाएगा। मंदिर के कुश्ती अखाड़ा के साथ शौचालय एवं स्नानागार निर्माण, 1 लाख लीटर की क्षमता से पानी को स्टोरेज टैंक,पार्किंग एरिया में रेन शेल्टर एंव शौचालय निर्माण कार्य को मंजूरी दी गई । वहीं मंदिर कर्मचारियों को दो नई वर्दी वितरित की जाएगी। मंदिर परिसर सफाई व्यवस्था एवं शौचालय संचालन के लिए कामगारों की संख्या में वृद्धि को मंजूरी दी गई। मंदिर में पुजारियों के रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
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