इस जिले को 55 साल बाद मिला CM, भाजपा भितरघात व असंतुष्टों से बची तो दोहराएगी इतिहास।विधानसभा का चुनाव प्रचार अब रोचक दौर में पहुंच गया है। चुनाव कहीं नाक की लड़ाई तो कहीं गढ़ बचाने की चुनौती बना है।
मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला है। 55 साल बाद जिले को मुख्यमंत्री मिला है। इस विधानसभा चुनाव को भी यहां के लोगों ने स्वाभिमान व सम्मान की जंग बना लिया है। 2017 के चुनाव में भाजपा ने 10 से नौ सीटों पर कब्जा किया था। एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी। भाजपा अगर भितरघात व असंतुष्टों से बची तो 2017 का इतिहास दोहरा सकती है।
वीरभद्र व सुखराम की रही है कर्मभूमि
मंडी जिला पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम की कर्मभूमि रही है। दोनों अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनकी गैरमौजूदगी में इस बार का चुनाव हो रहा है। पिछले चुनाव में सुखराम ने हाथ का साथ छोड़ कांग्रेस का पूरा खेल बिगाड़ दिया था। उनके बेटे अनिल शर्मा सदर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के असंतुष्ट प्रवीण शर्मा ने उनकी चिंता बढ़ा रखी है। करीब 11 माह पहले हुए मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस ने यहां भाजपा को झटका दिया था। उपचुनाव में कांग्रेस की प्रतिभा सिंह ने भाजपा के खुशाल ठाकुर को 7000 मतों से शिकस्त दी थी।
सात हलकों में भाजपा-कांग्रेस में सीधी लड़ाई
जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों जोगेंद्रनगर, सदर, धर्मपुर, सरकाघाट, नाचन, करसोग व सराज में भाजपा की कांग्रेस से सीधी लड़ाई है। इन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा ने 2017 के चुनाव में 10 से 25 प्रतिशत के अंतर से जीत हासिल की थी। करसोग में दीपराज भाजपा व महेश राज कांग्रेस प्रत्याशी हैं। धर्मपुर में भाजपा के रजत ठाकुर व कांग्रेस के चंद्रशेखर, जोगेंद्रनगर में भाजपा के प्रकाश राणा, कांग्रेस के सुरेंद्रपाल, सरकाघाट में भाजपा के दलीप ठाकुर व कांग्रेस के पवन ठाकुर, सराज में भाजपा के जयराम ठाकुर व कांग्रेस के चेतराम ठाकुर, नाचन में विनोद कुमार व कांग्रेस के नरेश चौहान के बीच सीधी टक्कर नजर आ रही है।
द्रंग में गुरु-चेले में टक्कर
भाजपा ने सत्ता विरोधी रुझान को कम करने के लिए धर्मपुर, जोगेंद्रनगर, सरकाघाट, द्रंग व करसोग में चेहरे बदले हैं। तीन विधानसभा क्षेत्रों बल्ह, सुंदरनगर व द्रंग में कांटे की टक्कर है। द्रंग से 11वीं बार विधानसभा का चुनाव लड़ कौल सिंह ठाकुर का मुकाबला चेले भाजपा प्रत्याशी पूर्ण चंद ठाकुर से है। सोमवार को टकोली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में उमड़ी भीड़ गुरु-चेले में कड़ी टक्कर का संकेत दे रही है। बल्ह में भाजपा प्रत्याशी इंद्र सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी से कड़ी टक्कर मिल रही है। सुंदरनगर में भाजपा प्रत्याशी राकेश जम्वाल त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे हैं। भाजपा के असंतुष्ट अभिषेक ठाकुर यहां निर्दलीय मैदान में हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली से राकेश जम्वाल की स्थिति में काफी हद तक सुधार हुआ है।
कुल्लू जिले में असंतुष्ट भाजपा की राह में रोड़ा
कुल्लू जिले में असंतुष्ट भाजपा की राह में रोड़ा बन गए हैं। चारों विधानसभा क्षेत्रों में असंतुष्ट अधिकृत प्रत्याशियों के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं। मनाली विधानसभा क्षेत्र में असंतुष्ट अधिवक्ता महेंद्र ठाकुर ने निर्दलीय मैदान में उतर भाजपा प्रत्याशी गोविंद ठाकुर की मुश्किल बढ़ा रखी है। कुल्लू सदर में भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष राम सिंह निर्दलीय मैदान में हैं। पूर्व सांसद महेश्वर सिंह का साथ मिलने से भाजपा प्रत्याशी नरोत्तम ठाकुर समेत पार्टी नेतृत्व थोड़ी राहत की सांस ले रहा है। बंजार में असंतुष्ट हितेश्वर सिंह ने विधायक सुरेंद्र शौरी की चिंता बढ़ा दी है। कुछ माह पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष खीमी राम यहां कांग्रेस प्रत्याशी हैं। सुरेंद्र शौरी, हितेश्वर सिंह व खीमी राम में कांटे की टक्कर है। आनी विधानसभा क्षेत्र में विधायक किशोरी लाल ने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी लोकेंद्र की मुश्किल बढ़ा रखी है। टिकट कटने से नाराज किशोरी लाल यहां निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि यहां कांग्रेस को भी राहत नहीं है। पिछले चुनाव में प्रत्याशी रहे परस राम यहां निर्दलीय मैदान में हैं। वह अधिकृत प्रत्याशी बंसी लाल के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं।
लाहुल में मार्कंडेय व रवि ठाकुर के बीच टक्कर
लाहुल स्पीति में भाजपा प्रत्याशी रामलाल मार्कडेंय व कांग्रेस के रवि ठाकुर के बीच टक्कर है। आम आदमी पार्टी के सुदर्शन जस्पा भी जोर लगा रहे हैं। कुल्लू व लाहुल स्पीति जिले में जयराम सरकार के दो मंत्रियों गोविंद ठाकुर व डा. रामलाल मार्कडेंय की साख दांव पर है।
http://dhunt.in/EWmPY?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “जागरण”
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