चिंताजनक: भारत से क्यों भाग रहे करोड़पति? यूएई, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर को बना रहे नया ठिकाना। कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के साथ कई करोड़पति लोग अपना देश छोड़ रहे हैं। ब्रिटेन की इन्वेस्टमेंट माइग्रेशन कंस्लटेंसी कंपनी हेनले एंड पार्टनर्स की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इस साल दुनियाभर में करीब 88 हजार मिलेनियर्स ने अपना मुल्क छोड़ा है।
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मुल्क हैं, जहां से आठ हजार करोड़पति देश छोड़कर जा चुके हैं। चीन से सर्वाधिक 15 हजार तो रूस से 10 हजार लोगों ने पलायन किया है।
साल दर साल बढ़ता जा रहा आंकड़ा
वर्ष देश छोड़ा बदलाव (फीसदी में)
2018 1,08,000 14
2019 1,10,000 02
2020 12,000 -89
2021 25,000 108
2022 88,000 252
(स्रोत: हेनली एंड पाटर्नर्स-2022)
शीर्ष पांच में हांगकांग और यूक्रेन शामिल
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के बाद इस सूची में हांगकांग चौथे और यूक्रेन पांचवें नंबर पर है। हांगकांग के तीन हजार और यूक्रेन के 2800 करोड़पतियों ने अपना देश छोड़ दिया है। वहीं, ब्रिटेन में भी 1500 करोड़पति लोगों ने अपना मुल्क छोड़ दिया है। हेनले के अनुसार, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (एचएनआई) उन लोगों को कहा जाता है जिनकी संपत्ति 10 लाख डॉलर या उससे अधिक होती है।
अरबपतियों के मुल्क छोड़ने की वजह
1. अरबपति लोग जहां बस रहे हैं वहां जाने का प्रमुख कारण अपनी आर्थिक मजबूती देख रहे हैं।
2. देश की अर्थव्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा को मुख्य मसला मानकर अपना रुख बदल रहे हैं।
3. स्वास्थ्य, शिक्षा और बेहतर जीवनशैली जैसी मजबूत बुनियादी सुविधाएं भी इसका कारण हैं।
4. अपराध की दर में कमी के कारण भी अरबपति लोग इन देशों की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
5. बिजनेस के मौके दिखने के साथ टैक्स में राहत के बलबूते खुद को मजबूत करने की कोशिश।
यूएई, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर नया ठिकाना
देश छोड़कर जाने वाले ज्यादातर अरबपति संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर को अपना नया ठिकाना बना रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल दुनियाभर से अपना देश छोड़ने वाले अरबपतियों में से 4000 ने यूएई, 3500 ने ऑस्ट्रेलिया और 2800 ने सिंगापुर को अपना नया ठिकाना बनाया है। वहीं कुछ लोगों ने मेक्सिको, ब्रिटेन, इंडोनेशिया समेत अन्य देशों में नए तरीके से जीवन जीने की तैयारी की है। पिछले दो दशक में 80 हजार अरबपति लोग ऑस्ट्रेलिया पहुंचे हैं।
सिंगापुर एशियाई लोगों की पहली पसंद
एशिया के अरबपतियों को सिंगापुर खूब भा रहा है। वर्ष 2022 में करीब 2800 अरबपति लोग यहां पहुंचे हैं। इसका प्रमुख कारण सिंगापुर संपत्ति प्रबंधन के मामले में एशिया के सबसे बेहतर मुल्क के रूप में उभर रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए दुनियाभर से अरबपति सिंगापुर का रुख कर रहे हैं। यह देश एशियाई मूल के नागरिकों की पहली पसंद इसलिए भी है, क्योंकि वहां बड़ी तादाद में उनके मूल क्षेत्र के लोग यहां पहले से रह रहे हैं।
भारत के लिए ये चिंता की बात नहीं: रिपोर्ट की मानें तो दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में भारत छोड़कर जाने वाले अरबपतियों को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। भारत में करीब 3.57 लाख करोड़पति हैं। इसके अनुपात में देश छोड़ने वाले इनकी संख्या महज दो फीसदी है। वर्ष 2031 तक भारत में इनकी संख्या में 80 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
यूक्रेन के अरबपतियों का हुआ मोहभंग: अनुमान है कि 2022 के अंत तक यूक्रेन के 42 फीसदी अरबपति देश छोड़ देंगे। इसका प्रमुख कारण रूस से चल रहा युद्ध है।
Source : “Live हिन्दुस्तान”
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