जयराम ठाकुर: हिमाचल में सैकड़ों संस्थानों के साथ मंत्रिमंडल का गठन भी बंद। प्रदेश में बनी कांग्रेस की सरकार ने नई परंपरा शुरू कर दी है। प्रदैश में सरकार बनाते ही सैकड़ों संस्थानों को बंद करने के साथ मंत्रिमंडल का गठन करना भी बंद कर दिया है।
एक माह होने वाला है और अभी मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ही निर्णय लिए जा रहे हैं। यह बात मंडी के परिधिगृह में जिला भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद प्रेस वार्ता में पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कही।
कहा कि भाजपा नए साल से नई भूमिका में नजर आएगी। जनहित की नीतियों पर सत्तापक्ष का सहयोग करेंगे, लेकिन जनविरोधी नीतियों के चलते सरकार का विधानसभा के अंदर और बाहर विरोध किया जाएगा। भाजपा सशक्त विपक्ष की भूमिका में अपने दायित्व का निर्वहन करेगी। प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका है, जब 0.9 मत प्रतिशत की बढ़त के साथ कोई पार्टी सरकार बनाने में कामयाब हुई है।
जयराम ने कहा कि आमतौर पर चार से पांच प्रतिशत का अंतर दोनों दलों के बीच रहता था। 2017 में उनकी सरकार सात प्रतिशत मतों के अंतर से बनी थी। 1993, 2017 और 2022 में पार्टी ने 9 सीटें जीती हैं। कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का 2022 में परिणाम निकला था और 2023 में भी मंत्रिमंडल नहीं बना। मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ओपीएस और 18 से साठ साल की महिलाओं को 1,500 रुपये प्रतिमाह देने का वादा भी पूरा नहीं किया गया। बदले की भावना से एक हजार संस्थान बंद कर दिए हैं।
हिमाचल के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी सरकार के खिलाफ लोग दस दिन में सड़कों पर उतर आए हैं। पूर्व मंत्री कौल सिंह पर कटाक्ष करते हुए जयराम ने कहा कि जो कहते थे हम बहुत अनुभवी हैं और वरिष्ठता में हमारी बारी है उनकी उम्मीदों पर पूर्ण चंद ठाकुर ने पानी फेर दिया। हमीरपुर में पेपर लीक के मामले पर जयराम ने कहा कि 11 दिसंबर, 2022 के बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्तासीन है। इसकी जिम्मेदारी भी वर्तमान सरकार की है। उन्होंने सीएम से आग्रह किया किया हवाई अड्डे शेष बची औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा करवाएं।
Source : “अमर उजाला”
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