मंंडी शिवरात्रि में कलाकारों का रहेगा बोलबाला।जिला प्रशासन द्वारा इस बार भाषा एवं संस्कृति विभाग के माध्यम से करवाए जाने वाल अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के कार्यक्रमों को संस्कृति सदन में ही करवाने का निर्र्णय लिया गया है, जिसमें कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर रूपरेखा तैयार कर ली गई है। विभाग ने शास्त्रीय संगीत व नाटक मंचन में भाग लेने वाली सभी संस्थाओं व कलाकारों से निवेदन है कि 15 फरवरी तक भाषा एवं संस्कृति विभाग के कार्यालय में आवेदन करना होगा या विभाग की ई-मेल भी आवेदन कर सकते हैं।
देवलू नाटी व वाद्ययंत्र प्रतियोगिता व नाटक मंचन में प्रत्येक कलाकार एक ही संस्था या दल में अपना पंजीकरण करवा सकता है। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां छोटी काशी मंडी में तैयारियां जोरों पर जारी है। वहीं प्रशासन द्वारा शिवरात्रि महोत्सव के मेहमान देवी-देवताओं को भी आगमन के लिए न्यूंद्रा भेज दिया है। (एचडीएम)
देवलू नाटी के लिए 20 को होगा पंजीकरण
देवलू नाटी व वाद्ययंत्र प्रतिभागियों का पंजीकरण 20 फरवरी को होगा, जबकि प्रात: 11 बजे से कवि सम्मेलन, शाम छह बजे से शास्त्रीय संगीत,गायन, वादन व नृत्य का आयोजन होगा। इसके अलावा 21 फरवरी प्रात: 10 बजे से देवलू नाटी व वाद्ययंत्र प्रतियोगिता, शाम छह बजे नाटक मंचन। 23 फवरी प्र्रात: दस बजे से नाटी व वाद्ययंत्र प्रतियोगिता, शाम छह बजे से नाटक मंचन, 24 प्रात: दस बजे से नाटी व वाद्ययंत्र प्रतियोगिता, शाम छह बजे नाटक मंचन का आयोजन होगा।
बिना वाद्य यंत्र नहीं शुरू होता कोई देव कारज
देव समाज में देवताओं के वाद्य यंत्रों का एक अलग ही स्थान है। बिना वाद्य यंत्रों के देवता के कोई भी कारज शुरू नहीं होते हैं। इसी के चलते छोटी काशी में उक्त परंपरा कायम है। वाद्य यंत्र प्रतियोगिता में जिलाभर से 120 से अधिक बजंतरी भाग लेते है, जबकि देवलू नाटी में 20 से 25 टीमें भाग लेती हंै। सात दिन आयोजित होने वाले शिवरात्रि महोत्सव को लेकर छोटी काशी स्वर्ग लोक में बदल जाती है।
By Divya Himachal
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