शिमला। प्रसिद्ध समाजसेवी रही ममता आश्री जी की दसवीं पुण्यतिथि पर श्रीगीता धाम आश्रम में उन की पुत्री प्रकृति आश्री ने अपने समस्त परिवारजनों के संग उन की आत्मा की शांति के लिये हवन यज का आयोजन कर आहुति डाली। इस अवसर पट ममता आश्री के परिजनों ने उन की यादगार में विगत 10 वर्षों की तरह आश्रम में साधु संतों के लिये विशाल भंडारे का भी आयोजन किया। ममता आश्री के पति पवन आश्री ने बताया कि बहुत जल्द कुरुक्षेत्र सिटी में उन की पत्नी ममता आश्री जी की यादगार में एक नि:शुल्क होमोयोपेथीक डिस्पेंसरी का भी शुभारंम्भ किया जाएगा जहाँ मरीजो को नि:शुल्क दवाइया भी दी जाएगी । हवन यज के अवसर परआश्रम की माताश्री भिक्षु देवी जी व कुसम दीदी ने ममता आश्री द्वारा अपने जीवन काल मे सामाजिक व धार्मिक कार्यो का उल्लेख भी किया। उधर ममता शर्मा के पति पवन आश्री द्वारा विगत वर्ष की तर्ज पर इस वर्ष भी शिमला स्थित केंसर हॉस्पिटल के पास बेला बॉबी द्वारा केंसर पीड़ितों के लिये वर्षो से चलाए गए भंडारे में ममता आश्री के लिये आहुति डाल कर ममता आश्री की यादगार में भंडारे का आयोजन किया जिस में प्रख्यात ज्योतिषी पंडित ऋषभ वत्स ने ममता आश्री के समाज मे किये महान कार्यो का उल्लेख किया। हवन यज में जतिन आश्री, राजन आश्री, नीलम आश्री, अशोक गोसवामी आदि अनेक समाजसेवियों ने भी आहूति डाली। इस अवसर पर भंडारे के आयोजक बेला बॉबी ने ममता आश्री की आत्मा कि शान्ति के लिये अरदास भी करवाई ओर उन्हें एक कुशल समाजसेविका की संज्ञा भी दी। गोरतलब है कि 13 फरवरी 2013 को कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में कार्यरत श्रीमती ममता आश्री की ट्रक दुर्घटना में मोके पर ही मृत्यु हो गई थी। उस समय उन के पति पवन आश्री ने प्रण लिया था कि वे जब तक भी जीवित रहेंगे तब तक अपनी पत्नी ममता आश्री की यादगार में हर वर्ष साधु संतों के लिये विशाल भंडारे का आयोजन किया करेगे। उसी कड़ी में उन्होंने आज भी भंडारे का आयोजन किया।
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