Himachal News: विदेश से मेडिकल स्नातकों को इंटर्नशिप के लिए 516 सीटें देने से हिमाचल का इनकार। राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) ने विदेश से आए मेडिकल स्नातकों को इंटर्नशिप के लिए 516 सीटें देने के निर्देश जारी किए हैं, मगर हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य शिक्षा निदेशालय ने इससे साफ इनकार कर दिया है।
निदेशालय ने एमएमसी को पत्र लिखकर इतनी सीटें नहीं दे पाने की बात की है। इससे रूस, चीन, यूक्रेन जैसे देशों से डॉक्टरी करने वाले अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही है, जो हिमाचल के मेडिकल कॉलेजों में इंटर्नशिप करना चाह रहे हैं।
एनएमसी ने राजकीय मेडिकल कॉलेज नाहन, चंबा, मंडी और हमीरपुर के लिए विदेशी मेडिकल स्नातकों के लिए 129-129 सीटें रखने को कहा है।
नाहन मेडिकल कॉलेज में 2016 और अन्य तीनों कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई 2017 से शुरू हुई थी। इन नए कॉलेजों के लिए कुल विदेशी मेडिकल स्नातकों के लिए इंटर्नशिप करने के लिए 516 सीटें दशाई गई हैं। इससे विदेशों से मेडिकल स्नातक का कोर्स पूरा करने के बाद इंटर्नशिप करने के इच्छुक अभ्यर्थियोें की उम्मीद बढ़ी थी कि उन्हें अच्छा अवसर मिला। जब वे आवेदन करने लगे तो मालूम हुआ कि उनकी उम्मीदों से बहुत कम सीटें उन्हें इंटर्नशिप के लिए मिलने वाली हैं। चंबा मेडिकल कॉलेज ने तो अपने स्तर पर ऐसे अभ्यर्थियों के लिए आठ सीटें अधिसूचित कर दी हैं।
इन देशों से मेडिकल स्नातक डिग्री लेने के बाद देना पड़ती है परीक्षा
हिमाचल प्रदेश से जॉर्जिया, आर्मेनिया, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, रूस, चीन, यूक्रेन, नेपाल, मॉरिशस, फिलीपींस आदि देशों में जाकर जो अभ्यर्थी मेडिकल स्नातक की डिग्री लेकर आए हैं, उन्हें एक प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है। उसके बाद ही वे इंटर्नशिप के लिए पात्र होते हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया, यूके, अमेरिका आदि के लिए यह परीक्षा नहीं होती है।
एनएमसी को शायद गलती लग गई है। इतनी सीटें किसी भी सूरत में नहीं दी जा सकती हैं। इंटर्नशिप के लिए हमारे पास अपने मेडिकल स्नातक भी होंगे। एनएमसी को स्पष्टीकरण भेजा गया है। – डा. रमेश भारती, निदेशक स्वास्थ्य शिक्षा, हिमाचल प्रदेश
By अमर उजाला
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