हमीरपुर 25 मई। बच्चों को आंत कृमि से मुक्ति दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला हमीरपुर में भी वीरवार को राष्ट्रीय कृमि रोग मुक्ति दिवस के अवसर पर विशेष अभियान आरंभ कर दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री ने गल्र्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल हमीरपुर की छात्राओं को कृमिनाशक दवाई एल्बेंडाजोल खिलाकर इस अभियान का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर कृमि रोग मुक्ति दिवस के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए डॉ आरके अग्निहोत्री ने बताया कि हमारे देश के बच्चों में कुपोषण एक गंभीर समस्या है। आंत कृमि संक्रमण भी इसका एक मुख्य कारण है। कृमि संक्रमण के चलते बच्चे कुपोषण के चक्कर से बाहर नहीं निकल पाते हैं तथा समय समय पर अनेक अन्य बीमारियों जैसे-दस्त रोग, उल्टी, आंत्रशोथ, पीलिया, टायफाइड, टीबी तथा त्वचा संबंधी रोगों से ग्रसित होते रहते हैं। आंत कृमि का संक्रमण बच्चों में मिट्टी में खेलने व काम करने से, संक्रमित भोजन, संक्रमित पेयजल तथा व्यक्तिगत एवं पर्यावरण स्वच्छता की कमी के कारण लगातार चलता रहता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कृमि रोग मुक्ति अभियान के तहत एक से 19 वर्ष तक के बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को साल में 2 बार कृमि नाशक दवाई एल्बेंडाजोल दी जाती है। एक से दो वर्ष के बच्चों को 200 मिलिग्राम यानि आधी गोली तथा 2 वर्ष से 19 तक के बच्चों को पूरी गोली यानि 400 मिलिग्राम दी जाती है। डॉ. आरके अग्रिहोत्री ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत वीरवार को जिला हमीरपुर के लगभग एक लाख 35 हजार बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई जा रही है। इसके लिए सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों पर विशेष प्रबंध किए गए हैं। जो बच्चे अभी विद्यालयों में पंजीकृत नहीं हैं, उन्हें आगंनवाडी केंद्रों पर आगंनवाड़ी कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तथा आशा वर्कर्स के संयुक्त सहयोग से दवाई खिलाने की व्यवस्था की गई है। जो बच्चे किसी कारणवश दवाई नहीं ले पाए हैं, उन्हें 31 मई को विशेष मॉप-अप राउंड में यह दवाई दी जायेगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों को विटामिन-ए की दवाई भी साथ-साथ में पिलाई जा रही है।
डॉ. आरके अग्रिहोत्री ने बच्चों को जंक फूड से परहेज करने, घर का बना ताजा खाना खाने, स्थानीय मौसमी फल-सब्जियों का अधिक सेवन करने, व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने तथा स्कूल में दी जाने वाली प्रतिपूरक आयरन फोलिक एसिड की गोलियों नियमित रूप से खाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि बच्चों को कृमि मुक्त करके हम अनीमिया को भी समाप्त कर सकते हैं।
इस मौके पर पाठशाला के प्रधानाचार्य विजय गौतम, जिला जन सूचना एवं संप्रेषण अधिकारी सुरेश शर्मा, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक तिलक राज, बीसीसी समन्वयक सुलोचना देवी तथा स्थानीय आशा वर्कर रीना देवी भी उपस्थित रहीं।
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