हिमाचल में थमेंगे सड़क हादसे! 147 ब्लैक स्पॉट की पहचान, 117 किए दुरुस्त। हीमाचल प्रदेश में सड़क हादसों की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में सड़कों की दशा को सुधारा जा रहा है. जिसके तहत प्रदेश में 147 ब्लैक स्पॉट की पहचान की गई है, जिसमें से 117 को ठीक भी कर दिया गया है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया की फोरलेन और एनएच हाईवे को भी यातायात के सुरक्षित बनाया जाएगा.।
हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाका होने के चलते यहां पर सड़क दुर्घटनाओं का दायरा भी काफी अधिक है. सकडों की खराब स्थिती से इन हादसों की संख्या में और ज्यादा इजाफा हो रहा है. प्रदेश सरकार सड़कों की हालात सुधारने के लिए कदम उठा रही है. सड़क हादसे वाले वाले ब्लैक स्पॉट की पहचान कर उनको दुरुस्त करने के की दिशा में काम किया जा रहा है. प्रदेश में अब तक 147 ब्लैक स्पॉट की पहचान की जा चुकी है. इसमें से 117 को ठीक किया जा चुका है, और बाकी 30 ऐसे स्पॉट को दुरुस्त करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
‘NH हाईवे और फोरलेन को बनाया जाएगा सुरक्षित’: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि सरकार प्रदेश में सुरक्षित और आरामदायक परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है. सुचारू एवं सुरक्षित परिवहन सुविधाओं के लिए सभी क्षेत्रों में समान रूप से विकास को गति दी जा रही है. इसी दिशा में प्रदेश सरकार एनएच हाईवे और फोरलेन के मुद्दों को निरंतर केंद्र सरकार के सामने प्रमुखता से उठा रही है. सरकार बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए प्रदेश में संपर्क मार्ग निर्मित करने और इनके सुदृढ़ीकरण की दिशा में कार्य करने के साथ ‘ग्रीन कॉरिडोर’ राजमार्गों की दिशा में भी आगे बढ़ रही है.
कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर बेहतर सड़क सुरक्षा: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में क्रियान्वित की जा रही बड़ी फोरलेन परियोजनाएं विशेषकर कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर बेहतर यातायात व्यवस्था एवं सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तीन नए ट्रैफिक-कम-टूरिस्ट पुलिस स्टेशन स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं. एनएचएआई और प्रदेश पुलिस साथ मिलकर फोरलेन पर सुरक्षित यातायात प्रबंधन को सुनिश्चित करेगी.
एडवांस तकनीक से लैस होगा फोरलेन: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इसके लिए एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है. इसके तहत सीसीटीवी कैमरा, वीडियो एक्सीडेंट डिटेक्शन सिस्टम, वेरिएबल मैसेज साइन, सड़क किनारे एवं ओवरहेड वाहन गति को दर्शाते डिस्प्ले बोर्ड, ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी सहित आपात सहायता कॉल बॉक्स भी स्थापित किए जा रहे हैं. स्पीड लिमिट के लिए लगाए जाने वाले डिस्प्ले बोर्डों की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं. साथ ही NHAI से एकीकृत कमांड केंद्र के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया है.
By ETV Bharat हिंदी
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