जल जनित रोगों से बचाव के लिए स्वच्छता का रखें विशेष ध्यान – महेन्द्र पाल गुर्जर

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ऊना 12 जून: डायरिया के कारण बच्चों की मौत की घटनायें को रोकने के लिए 15 से 30 जून तक सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े (आईडीसीएफ) का आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी कार्यकारी उपायुक्त एवं एडीसी महेन्द्र पाल गुर्जर ने अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ज़िला में 0-5 वर्ष की आयु के बच्चों की दस्त लगने के कारण होने वाली मृत्यु दर को शून्य करना है। 

उन्होंने बताया कि इस पखवाड़े में पूरे ज़िला के 0 से 5 वर्ष की आयु  वाले बच्चों को आशावर्कर के माध्यम से ओआरएस के पैकेट वितरित किये जाएंगे। इसके अतिरिक्त ज़िला के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों और आंगनवाड़ियों में भी ओआरएस वितरण कार्नर लगाए जाएंगे जहां ओआरएस में पानी मिलाने की मात्रा तथा रखरखाव सम्बन्धी पूर्ण जानकारी भी दी जाएगी। जबकि आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता दस्त पीड़ित बच्चों को ओआरएस घोल और जिंक टैबलेट भी बांटेगी तथा इस दौरान मां तथा बच्चों के लिए आवश्यक संतुलित आहार के सम्बन्ध में जागरुक करेंगी।

महेन्द्र पाल गुर्जर ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अभी तक ज़िला में दस्त से हुई मृत्यु का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। लेकिन फिर भी सतर्कता रखना आवश्यक है। उन्होंने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिये कि वे पेयजल स्रोतों का रखरखाव तथा नियमित क्लोरिनेशन करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा स्कूलों में भी शिक्षक बच्चों को हैंडवाश करने के सही तरीके और अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ एवं शुद्ध रखने बारे जागरुक करें।

उन्होंने ज़िलावासियों का आह्वान करते हुए कहा कि बरसात के मौसम में जलजनित बीमारियों का खतरा रहता है। इसलिए अपने आस पास के वातावरण व रिहायशी इलाकों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।

बैठक में ज़िला कार्यक्रम अधिकारी सतनाम सिंह, चिकित्सा अधिकारी सुखदीप सिंह सिद्धू, सीडीपीओ कुलदीप दयाल, डाॅ. रिचा कालिया तथा ज़िला के खण्ड चिकित्सा अधिकारियों के अतिरिक्त शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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