एचआईवी संक्रमित परिवारों के बच्चों भी ले सकते हैं मिशन वात्सल्य का लाभ: एडीएम

Read Time:2 Minute, 41 Second

धर्मशाला, 6 जुलाई। निराश्रित और सेमी ऑर्फन बच्चों को सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चलाए जा रहे मिशन वात्सल्य का लाभ एचआईवी संक्रमित परिवारों के बच्चे भी ले सकते हैं। उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला में आज वीरवार को स्पॉन्सरशिप/फॉस्टर केयर अप्रूवल कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से ऑर्फन और सेमी ऑर्फन बच्चों को प्रतिमाह 4500 रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है।

एडीएम ने बताया कि इस योजना के तहत स्वयं एचआईवी संक्रमित या संक्रमित परिवारों के बच्चे भी लाभ ले सकते हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि यदि कोई ऐसा मामला किसी के ध्यान में आता है तो वे भी महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों से संपर्क करके इस योजना का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि योजना के तहत 12 वर्ष आयु तक के बच्चों के जॉइंट खाते में और इससे अधिक आयु के बच्चों के स्वयं के खातों में यह पैसा विभाग द्वारा जमा करवाया जाता है।

168 बच्चे ले रहे अभी तक लाभ, 17 और जुड़े

रोहित राठौर ने बताया कि मिशन वात्सल्य योजना के तहत जिले में अभी तक कुल 168 बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है। बैठक में जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश द्वारा जिले के विभिन्न खण्डों के 20 जरूरतमंद बच्चों के दस्तावेज प्रस्तुत किए गए। जिनमें से 17 बच्चों के दस्तावेज सही पाए जाने पर एडीएम ने इन्हें मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत लाभान्वित करने के निर्देश दिए।

यह रहे उपस्थित

इस अवसर पर अध्यक्ष जिला बाल कल्याण समिति सचिन शर्मा, आशीष पठानिया, लीला ठाकुर, मनी कुमार सहित महिला एवं बाल विकास से जुड़े सदस्य उपस्थित रहे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत 857 करोड़ रूपए का प्रावधान: जगत सिंह नेगी
Next post बायोमास ऊर्जा विकल्प के रूप में चीड़ की पत्तियों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करेगी सरकार
error: Content is protected !!