नाहन 6 जुलाई- चुनाव प्रक्रिया को त्रुटिहीन, पारदर्शी, निष्पक्ष व सफल बनाने में प्रशिक्षण अहम भूमिका अदा करता है। यह बात जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में निर्वाचन विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर की अध्यक्षता करते हुए दी ।
उन्होंने निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, विधानसभा स्तरीय प्रशिक्षको को कहा कि उन्हें प्रशिक्षण के दौरान अपने संदेहो को दूर करना चाहिए तथा अपने अनुभवों को भी सांझा करना चाहिए ताकि चुनाव प्रक्रिया को सफल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों की चुनाव प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए इन अधिकारियों को समय-समय पर विभिन्न निर्वाचन अधिनियमो एवं तकनीकों के विषय में प्रशिक्षित करना अति आवश्यक है। उन्होंने इन अधिकारियों से प्रशिक्षण के दौरान जनप्रतिनिधित्व अधिनियम सहित अन्य नियमों में हुए संशोधनों, मतदान केन्द्रो की स्थापना एवं बदलाव संबंधी पूरी जानकारी प्राप्त करने को कहा ताकि चुनाव प्रक्रिया में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पडे।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में नये मतदाता जोड़ना तथा जिन मतदाताओं की मृत्यु हो चुकि है उनका नाम मतदाता सूची से काटना अति आवश्यक है। चुनाव प्रक्रिया में मतदाता सूचियों की शुद्धता की महत्वपूर्ण भूमिका है। मतदाता सूचियों की त्रुटियों को समाप्त करने में यह प्रशिक्षण सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने स्वीप कार्यक्रमों पर विशेष बल देने के निर्देश देते हुए कहा कि 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए स्कूल, कॉलेज, आईटीआई तथा अन्य शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता शिविर आयोजित किए जाए ताकि युवा वर्ग लोकतंत्र में चुनाव के महत्व को समझ सके तथा लोकतंत्र के इस महाकुंभ में जिम्मेवार मतदाता बन कर अपनी अहम भूमिका निभा सकें।
इस अवसर पर उप-मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिमाचल प्रदेश राजेश डोगरा, एसडीएम पांवटा गुनंजीत सिंह चिमा, तहसीलदार निर्वाचन मोहिन्द्र सिंह ने भी उपस्थित अधिकारियों को निर्वाचन संबंधी जानकारी प्रदान की।
जिला सिरमौर की सभी विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचन अधिकारी एवं कर्मचारी इस प्रशिक्षण शिविर में मौजूद रहे।
Average Rating